Indian railway news : कोरोना संकट के कारण पिछले छह महीने से रेलवे के संचालन नहीं होने से अब कर्मचारियों के नौकरी पर भी संकट आ खड़ी हुई है. ताजा मामला भोपाल रेल मंडल द्वारा नॉन सेफ्टी कर्मचारियों के पद खत्म करने का है. रेलवे ने 50 फीसदी नॉन सेफ्टी स्टाफ केपद को खत्म कर दिया है, इसके कारण आने वाले समय में लगभग 700 लोगों की नौकरी पर खतरा मंडरा सकता है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक भोपाल रेलवे ने नॉन सेफ्टी स्टाफ के कुल रिक्त पदों में से 50 फीसदी पदों को खत्म कर दिया है. रेलवे के इस फैसले से कब इन पदों को नहीं भरा जाएगा, जिसके कारण तकरीबन 700 लोगों को नौकरी नहीं मिल पाएगी. वहीं रेलवे के इस फैसले के बाद कर्मचारी यूनियन ने विरोध शुरू कर दिया है. भारतीय रेलवे से जुड़ी हर Latest News in Hindi से अपडेट रहने के लिए बने रहें हमारे साथ.
नेशनल लेवल पर बनाई जा रही है सूची- बताया जा रहा है कि रेलवे आर्थिक संकट से उबरने के लिए नेशनल लेवल पर तैयारी कर रही है. रेलवे सभी जोन को नॉन सेफ्टी स्टाफ कुछ सूची बनाने का निर्देश दिया है. माना जा रहा है कि सूची बनने के बाद बड़े स्तर पर कोई फैसला हो सकता है.
आईआरसीटीसी ने हटाया था 560 कर्मचारी– इससे पहले, आईआरसीटीसी ने 560 सुपरवाइजरों को हटाने का फैसला किया था. ये सभी सुपरवाइजर आईआरसीटीसी के कैटरिंग और पर्यटन में काम कर रहे थे. आईआरसीटीसी ने कहा है कि वर्तमान परिस्थिति में इन लोगों की जरूरत नहीं है, इसलिए इनका कॉन्ट्रैक्ट खत्म किया जा रहा है.
लॉकडाउन के बाद नहीं चल रही समान्य ट्रेन- बता दें कि लॉकडाउन लागू होने के बाद से ही देशभर में समान्य ट्रेनें नहीं चल रही है, जिसके कारण रेलवे को भारी नुकसान हो रहा है. हालांकि 1 जून से रेलवे ने देशभर में 200 ट्रेनों का परिचालन शुरू किया था. बताया जा रहा है कि इन ट्रेनों के परिचालन में भी रेलवे को अधिक नुकसान हो रहा है.
Posted By : Avinish Kumar Mishra