नयी दिल्ली : Lockdown के बाद देश में पहली बार ट्रेन चली है. तेलंगाना सरकार के अनुरोध पर केंद्रीय रेल मंत्रालय के निर्देशानुसार लिंगमपल्ली (हैदराबाद) से हटिया (झारखंड) तक आज एक विशेष ट्रेन चलाई गई है. यह ट्रेन तेलंगाना में फंसे झारखंड और दूसरे जगह के मजदूरों को वापस ला रही है. यह ट्रेन शनिवार की सुबह झारखंड की राजधानी रांची पहुंचेगी. झारखंड सरकार ने मजदूरों के वापस आने के बाद उनकी स्क्रीनिंग की तैयारी कर रखी है. मजदूरों को वापस आने के बाद क्वारेंटाइन सेंटर या फिर होम क्वारेंटाइन में रखा जायेगा. साथ ही राजस्थान के कोटा में फंसे छात्रों को लेकर दो स्पेशल ट्रेन शुक्रवार 1 मई 2020 को रवाना होगी. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इसकी जानकारी दी है.
यह ट्रेन शुक्रवार सुबह 5 बजे तेलंगाना के लिंगमपेल्ली से ये ट्रेन चली, जो शनिवार की सुबह झारखंड के हटिया पहुंचेगी. इस ट्रेन में कुल 24 कोच हैं, ऐसे में उम्मीद लगाई जा रही है कि बड़ी संख्या में मजदूर वापस पहुंचेंगे. इस ट्रेन में कुल 1200 मजदूरों को वापस लाया जा रहा है. हर कोच में सिर्फ 56 मजदूरों को बैठने की इजाजत दी गयी है. सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया गया है. रेल मंत्रालय का कहना है कि राज्य सरकारों की अपील पर इसे चलाया गया है. जिसमें सभी तरह के नियमों का पालन किया गया है. ये सिर्फ इकलौती ट्रेन थी, जिसे चलाया गया है. आगे अगर कोई ट्रेन चलती है तो राज्य सरकार और रेल मंत्रालय के निर्देश के बाद ही चलेगी.
बता दें कि झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मजदूरों की वापसी के लिए स्पेशल ट्रेन चलाने की मांग को लेकर रेलमंत्री पीयूष गोयल से बात की थी. सीएम ने रेलमंत्री से कहा है कि राज्यों को विशेष ट्रेनों की जरूरत होगी ताकि दूसरे राज्यों में फंसे छात्रों, प्रवासी मजदूरों को वापस लाया जा सके. राज्य सरकार के अनुसार झारखंड के तकरीबन 9 लाख लोग दूसरे राज्यों में फंसे हैं, जिसमें से 6.43 लाख प्रवासी मजदूर हैं और बाकी लोग नौकरी व अन्य काम की वजह से दूसरे राज्यों में फंसे हैं.
गौरतलब है कि केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से जारी गाइडलाइन्स के मुताबिक, हर राज्य को बसों के जरिए अपने यहां के मजदूरों को वापस लाने का काम शुरू करना होगा. इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग, क्वारेंटीन, सैनिटाइजेशन, स्क्रीनिंग समेत हर नियम का पालन करना जरूरी होगा. केंद्र की गाइडलाइन के बाद बिहार, राजस्थान, महाराष्ट्र, झारखंड समेत कई राज्यों ने स्पेशल ट्रेन चलाने की मांग की थी. क्योंकि मजदूर लाखों की संख्या में बाहर फंसे हैं, ऐसे में उन्हें बसों के जरिए लाना मुश्किल होगा.
प्रशासन की ओर से जानकारी दी गयी कि स्पेशल ट्रेन झारखंड के चक्रधरपुर रात के आठ बजे पहुंचेगी. वहां सभी यात्रियों को रात का खाना दिया जायेगा. वहीं ट्रेन दो मई शनिवार की सुबह हटिया पहुंच जायेगी. हटिया में अधिकारियों सहित करीब 200 लोगों की टीम मौजूद होगी, जो आने वाले लोगों की स्क्रीनिंग करेंगे. पूरी स्क्रीनिंग की वीडियो रिकॉडिंग की जायेगी. इसके बाद बसों से उन्हें उनके जिले में भेजा जायेगा. जिलों में एकबार फिर से स्क्रीनिंग होगी, जिसके बाद सभी होम क्वारेंटाइन में भेजे जायेंगे. जरूरत के हिसाब से लोगों को क्वारेंटाइन सेंटर में भी रखा जा सकता है. इस दौरान काफी संख्या में पुलिस बल भी तैनात रहेंगे.
राजस्थान के कोटा में फंसे छात्रों को लेकर दो स्पेशल ट्रेन शुक्रवार 1 मई 2020 को रवाना होगी. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इसकी जानकारी दी है. मुख्यमंत्री ने ट्वीट करते हुए राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को धन्यवाद किया है. उन्होंने ट्वीट किया कि आज कोटा, राजस्थान से हमारे राज्य के छात्रों को लेकर 2 स्पेशल ट्रेन झारखंड के लिए रवाना होगी. इस मदद के लिए मैं केंद्र सरकार एवं राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत हो समस्त झारखंडवासियों की तरफ से धन्यवाद देता हूं.
रांची में तैयारी शुरू– ट्रेन के रवाना होने के साथ ही रांची में इसको लेकर तैयारी शुरू हो गयी है. रांची स्टेशन पर इसको लेकर किस तरह की व्यवस्था की जायेगी. इस मुद्दे पर डीआरएम के साथ रांची डीसी और एसएसपी ने आज मीटिंग की. बताया जा रहा है कि स्पेशल ट्रेन से आने वाले लोगों को मेडिकल चेकअप के बाद क्वॉरेंटाइन किया जायेगा. रांची में इसके लिए तैयारी शुरू की जा चुकी है.
झारखंड में 111 केस– झारखंड में अब तक कोरोनावायरस के 111 केस सामने आये हैं. सिर्फ रांची में ही 80 के ऊपर कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं. राज्य में कोरोना के कारण अब तक तीन लोगों की मौत हो चुकी है. केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा राज्य की राजधानी रांची को रेड जोन में रखा गया है.
कहां कहां से गुजरेगी यह ट्रेन- तेलंगाना से चलने वाली यह ट्रेन महाराष्ट्र के वल्लरपुर, छत्तीसगढ़ के विलासपुर और झारखंड के चक्रधरपुर होते हुए रांची आयेगी. ट्रेन का सबसे लास्ट स्टॉप रांची के अगला स्टेशन हटिया होगा.