Indian Railways, irctc news, train, ticket refund, indian railways news: 25 मार्च से 14 अप्रैल तक चलने वाला 21 दिन का लॉकडाउन अब 3 मई तक बढा दिया गया है. इस दौरान ट्रेनों और हवाई यात्रा पूरी तरह से बंद रहेंगी. सभी यात्री ट्रेनें तीन मई तक के लिए कैंसल कर दी गयी हैं. इस संबंध में रेल मंत्रालय ने एक संदेश सोशल मीडिया पर दिया है. मंत्रालय ने ट्वीट किया कि इस संबंध में गलत जानकारी न फैलने दें. लॉकडाउन बढने के ऐलान के बाद रेलवे ने एक बयान में कहा कि रद्द की गयी ट्रेनों के लिए पहले से आरक्षित टिकटों का पूरा रिफंड मिलेगा.
जैसे ही आप irctc का वेबसाइट खोलेंगे तो आपको एक चेतावनी नजर आयेगी. ये हिंदी और अंग्रेजी दोनों में है. चेतावनी में कहा गया है कि कोविड-19 के मद्देनजर और प्रचुर सावधानी के उपाय के रूप में, अगली सलाह तक सभी ट्रेनों के लिए बुकिंग निलंबित कर दी गयी है. भारतीय रेलवे द्वारा 3 मई 2020 तक रद्द की गयी ट्रेनों के लिए, पूर्ण वापसी आईआरसीटीसी द्वारा स्वचालित रूप से प्रदान की जाएगी. उपयोगकर्ताओं को अपने ई-टिकट को रद्द करने की आवश्यकता नहीं है. पूर्ण किराया वापस उन उपयोगकर्ताओं के खातों में जमा किया जाएगा, जहां से भुगतान किया गया. आगे कहा गया है कि एसी कोचों में कंबल और पर्दे उपलब्ध नहीं होंगे. अन्य लिनन उपलब्ध रहेगा. कृपया सुरक्षित/ सुविधाजनक यात्रा करें. असुविधा के लिए खेद है.
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कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए लगाये गये राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन से पहले यात्रियों द्वारा बुक करायी गयी 94 लाख टिकटों के रद्द होने पर भारतीय रेलवे को राजस्व में 1,490 करोड़ रुपये का नुकसान होगा. रेलवे के शीर्ष अधिकारियों ने बताया कि 22 मार्च से 14 अप्रैल के बीच यात्रा के लिए बुक करायी गयी 55 लाख टिकटों के लिए 830 करोड़ रुपये की राशि वापस की जाएगी. रेलवे ने 21 दिन के लॉकडाउन लागू होने से तीन दिन पहले 22 मार्च को अपनी यात्री ट्रेन सेवाओं को व्यापक पैमाने पर स्थगित कर दिया था. रेलवे के शीर्ष अधिकारियों ने बताया कि लॉकडाउन को 15 अप्रैल से बढ़ाकर तीन मई तक किये जाने के निर्णय के कारण बुक कराये गये 39 लाख टिकटों के लिए 660 करोड़ रुपये की राशि वापस की जायेगी.
इधर, संकट की इस घड़ी में भी इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कार्पोरेशन (आइआरसीटीसी) ने टिकट कैंसिलेशन के नाम पर सुविधा शुल्क लेने की तैयारी कर ली है. स्लीपर टिकट पर 15 तथा एसी टिकट पर 30 रुपये कट जायेंगे. ऐसे में 15 अप्रैल से तीन मई तक इंटरनेट से टिकट बुक करने वाले पूर्वोत्तर रेलवे के ही लगभग ढाई लाख लोगों की जेब ढीली हो जायेगी. 15 अप्रैल से तीन मई तक पूर्वोत्तर रेलवे के विभिन्न स्टेशनों से स्लीपर और एसी क्लास में करीब चार लाख चालीस हजार यात्रियों के टिकट बुक हुए हैं. इनमें करीब 71 हजार लोग 15 अप्रैल तक टिकट कैंसिल करा चुके हैं.
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यदि आपको ट्रेनों के बारे में सही जानकारी प्राप्त करनी हो, तो आप रेलवे के डिविजनल कंट्रोल ऑफिस से भी पता कर सकते हैं. भारतीय रेलवे की ओर से 25 मार्च से लागू लॉकडाउन के पहले से ही हेल्पलाइन नंबर 138 और 139 की शुरुआत की गयी है. लॉकडाउन के बाद इन दोनों हेल्पलाइन नंबरों की क्षमता बढ़ा दी गयी है.