IRCTC News, Indian railway Ticket: कोरोना वायरस के कारण देशभर में 21 दिन का लॉकडाउन चल रहा है. ऐसे में दिल्ली और मुंबई सहित देश के कई बड़े शहरों से लोग वापस बिहार, यूपी, राजस्थान, मध्य प्रदेश लौट आए थे. लॉकडाउन 14 अप्रैल को खत्म हो रहा है. ऐसे में संभवत: सभी अपने काम पर लौटने के लिए ट्रेन टिकट करवाना चाह रहे होंगे. तो आपको बता दें कि आप आईआरसीटीसी की वेबसाइट से टिकट करवा सकते हैं. बिहार से दिल्ली और मुंबई जाने के लिए ट्रेनों में सीटों की उपलब्धता भी है. कोरोना के बढ़ते हुए प्रभाव के कारण रेलवे ने अपनी ट्रेनें 14 अप्रैल तक रद्द कर दी थी.
टिकट बुकिंग की प्रक्रिया जैसे ही शुरू हई गोवा, प्रतापगढ एक्सप्रेस समेत कई ट्रेनों में 15 अप्रैल से वेटिंग लिस्ट बढ़ने लगी. हालांकि अभी भी कई ट्रेनों की सीट खाली दिखाई पड़ रही है.
ट्रेनों के 15 अप्रैल से चलने के मतलब है लॉक डाउन आगे नहीं बढ़ाया जाएगा. इससे पहले केंद्र सरकार के मुख्य सचिव राजीव गौबा ने भी कहा था कि फिलहाल सरकार की लॉक डाउन की अवधि बढ़ाने की कोई योजना नहीं है. ये पूरी तरह से अफवाह है.
भोपाल सेंट्रल रेलवे के पीआरओ से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि ट्रेन और टिकट बुकिंग में कोई संबंध नहीं है. ट्रेन चलेगी या नहीं इसका फैसला तो रेलवे बोर्ड ही करेगा. उन्होंने यह भी कहा कि अगर सब कुछ ठीक रहा तो लॉकडाउन की अवधि नहीं बढ़ाई जाएगी. उन्होंने बताया कि हमें जिस तरह से आदेश आएगा हम उसी तरह से काम करेंगे.
Certain media reports have claimed that Railways has started reservations for the post-lockdown period. It is to clarify that reservations for journeys after 14th April were never stopped and is not related to any new announcement: Ministry of Railways #CoronaLockdown pic.twitter.com/zq1Tsq2Ljr
— ANI (@ANI) April 2, 2020
गौरतलब है कि पहले इस तरह की अफवाहें उड़ने लगी थी कि लोग लॉक डाउन का पालन नहीं कर रहे हैं इस वजह से लॉक डाउन की अवधि बढ़ाई जा सकती है. और जिसके बाद लोग इस चीज को लेकर ज्यादा पैनिक होने लगे. जिसके बाद मुख्य सचिव को इस मुद्दे पर सफाई देनी पड़ी कि अभी इस तरह की हमारी कोई योजना नहीं है. उन्होंने इस तरह के अफवाह पर हैरानी भी जताई थी.
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री के आह्वान के बाद देश भर में सभी श्रेणी की ट्रेन, मेट्रो, रेल, बसों का संचालन पूरी तरह बंद हो गया था. तब भारतीय रेलवे ने सभी रेलगाड़ियां एक साथ बंदकर दी थी. पहले 22 मार्च तक ही सभी रेलगाड़ियां रद्द की थी. उसके बाद 14 अप्रैल तक रद्द करने की अवधि बढ़ा दी. इसके बाद सभी सवारी गाड़ियां बंद हो गई, केवल मालगाड़ियां ही पटरियों पर दौड़ रही है.