मध्य रेलवे ने अपने कर्मचारियों को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाने के लिए दिशानिर्देश तैयार किया है, जिसमें सभी 13 लाख कर्मचारियों की जानकारी एकत्र कर उन सब के लिए संभावित पृथकवास सुविधाओं की पहचान करना शामिल है. ‘रेल परिवार देख रेख मुहिम’ दस्तावेज में कर्मचारियों को सुरक्षित रखने के लिए जोनल रेलवे द्वारा पालन किये जाने वाले दिशानिर्देशों की एक सूची है.
IRCTC News, Indian Railway: 14 अप्रैल तक ही लॉकडाउन रहेगा या आगे विस्तार होगा, इसे लेकर अब तक कोई फैसला नहीं हुआ है. इसी बीच भारतीय रेलवे ने उन सभी खबरों का खंडन किया जिसके मुताबिक, लॉकडाउन के खत्म होने के बाद 15 अप्रैल से ट्रेन सेवाएं शुरू करने की बात कही गयी थी . रेल मंत्रालय ने ट्वीट किया- अभी तक न तो लॉकटाउन के बाद ट्रेन चलाने और ना ही यात्रियों के लिए कोई प्रोटोकॉल जारी नहीं किया है, जैसा कि मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है. इसमें कहा गया है कि ऐसे समय में यात्री सेवाओं को फिर से शुरू करने के मानदंडों के बारे में अटकलें लगाना समय से पहले की बात है. बयान में कहा गया है कि रेलवे यात्रियों सहित सभी स्टेक होल्डर्स के हितों को ध्यान में रखते हुए जो सबके लिए बेहतर होगा वहीं निर्णय लेगा। उन्होंने कहा कि सभी संबंधित लोगों से अनुरोध है कि वे मीडिया के कुछ हिस्सों द्वारा दिखाई जा रही अफवाहों या भ्रामक खबरों पर ध्यान न दें. रेलवे ने कहा कि जब इस बाबत में कोई फैसला लिया जाएगा तो सभी संबंधितों को इसके बारे में सूचित किया जाएगा.
Also Read: IRCTC News : इन ट्रेनों में सीटों की बुकिंग 30 अप्रैल तक रद्द, क्या बढ़ेगा लॉकडाउन?Ministry of Railways has not issued any protocol regarding passenger travel during post lockdown period, as has been incorrectly reported in some media reports
— Ministry of Railways (@RailMinIndia) April 9, 2020
As and when a decision is taken, all stakeholders would be intimated. Please do not be guided by any misleading report
बता दें कि कोरोना महामारी को लेकर देशभर में लागू किए गए लॉक डाउन के बाद रेलवे ने अपनी तमाम मेल, एक्सप्रेस और पैसेंजर ट्रेनों का परिचालन रोक दिया है. सूत्रों के हवाले से ऐसी खबरें आयीं थी कि इन ट्रेनों को 14 अप्रैल को लॉकडाउन हटने के बाद एक बार फिर से 15 अप्रैल, बुधवार से शुरू किया जा सकता है. खबरों में कई सारे प्रोटोकॉल का भी जिक्र था. जैसे स्टेशन चार घंटे पहले आना होगा. स्टेशन पर यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग की जाएगी. स्टेशन पर प्रवेश केवल आरक्षित टिकट वाले ही कर सकेंगे. इस दौरान प्लेटफार्म टिकट नहीं बिक्री नहीं होगी. इत्यादि-इत्यादि. हालांकि रेलवे या आईआरसीटीसी की साइट पर टिकट लेने के दौरान ऐसी कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई थी.
मीडिया की खबरों के मुताबिक, लॉकडाउन समाप्त होने के बाद 15 ट्रेनों में सिर्फ नॉन एसी (स्लीपर श्रेणी) कोच ही होगा. इसके अलावा यात्रा से 12 घंटे पहले यात्री को अपनी सेहत की जानकारी रेलवे को हर हाल में बताना होगा.
सफर के दौरान अगर किसी यात्री में कोरोना संक्रमण के लक्षण पाए जाते हैं तो उसे रास्ते के किसी भी स्टेशन पर उतार दिया जाएगा औऱ अस्पताल भेज दिया जाएगा. उस यात्री को 100 फीसदी रिफंड वापस दिया जाएगा. सीनियर सिटीजन को सफर नहीं करने का सुझाव भी दिया जाएगा. रेलवे के अधिकारी ने बताया कि उत्तर भारत में 307 ट्रेन चलाने की योजना है. इसमें से एडवांस बुकिंग के चलते 133 ट्रेन में सीटे हाउसफुल होने के कारण लंबी वेटिंग चल रही हैं. वेटिंग टिकट को रद्द किया जाएगा.