IRCTC/Indian Railways : वेटिंग लिस्ट की चिंता नहीं, 230 स्पेशल ट्रेनों में से अधिकांश में सीटें उपलब्ध
IRCTC/indian railways भारतीय रेलवे देशभर के विभिन्न मार्गों पर चल रही ट्रेनों में वेटिंग लिस्ट की लगातार निगरानी कर रहा है. जब भी आवश्यकता होगी, तब और ट्रेनें शुरू की जायेगी. रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष वी के यादव ने यह बात कही. यादव ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि सभी 230 विशेष ट्रेनों की प्रतीक्षा सूची की निगरानी की जा रही है. तीन ट्रेनों को छोड़कर, सभी विशेष ट्रेनों में जून और जुलाई महीने में सीटें उपलब्ध हैं.
नयी दिल्ली : (IRCTC Special Trains Update) भारतीय रेलवे देशभर के विभिन्न मार्गों पर चल रही ट्रेनों में वेटिंग लिस्ट की लगातार निगरानी कर रहा है. जब भी आवश्यकता होगी, तब और ट्रेनें शुरू की जायेगी. रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष वी के यादव ने यह बात कही. यादव ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि सभी 230 विशेष ट्रेनों की प्रतीक्षा सूची की निगरानी की जा रही है. तीन ट्रेनों को छोड़कर, सभी विशेष ट्रेनों में जून और जुलाई महीने में सीटें उपलब्ध हैं.
यादव ने कहा, कोरोनावायरस संकट के बीच हमने 230 विशेष ट्रेनों के माध्यम से देश भर में अधिकतम कनेक्टिविटी प्रदान करने का प्रयास किया है. यादव ने कहा कि यातायात का विश्लेषण और सीटों की मांग एक निरंतर प्रक्रिया है. लोगों को अब यह आश्वासन दिया जाता है कि महत्वपूर्ण कार्य के लिए यात्रा करने की आवश्यकता होने पर ट्रेनें उपलब्ध हैं.
आम लोगों को भरोसा दिलाते हुए यादव ने कहा कि सभी की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सख्त स्वच्छता प्रोटोकॉल, सोशल डिस्टैंसिंग और यात्रियों की स्क्रीनिंग का कड़ाई से पालन किया जा रहा है. अनलॉक1 के दौरान जारी किये गये गाइडलाइन में इस बात का जिक्र है कि केवल कन्फर्म टिकट वाले यात्री ही ट्रेन में सवार हों. यात्रियों को ट्रेन छूटने से कम से कम 90 मिनट पहले स्टेशन पर पहुंच जाना है, ताकि उनकी थर्मल स्क्रीनिंग हो सके.
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कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों के लिए अलग कोच का इंतजाम
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमितों की बढ़ती संख्या के बीच रेलवे ने वहां अपने पृथक कोच (पृथक रेल डिब्बा) उपलब्ध कराने का फैसला किया है. रेलवे बोर्ड के निर्देश पर उत्तर पश्चिम रेलवे ऐसे 150 कोच दिल्ली भेज रहा है. उत्तर पश्चिम रेलवे के प्रवक्ता ने बताया कि रेलवे बोर्ड के दिशा-निर्देश के अनुसार उत्तर पश्चिम रेलवे से 150 पृथक कोच दिल्ली भेजे जा रहे हैं.
रेलवे बोर्ड ने यह पहल दिल्ली सरकार की अनुशंसा पर की है. प्रवक्ता के अनुसार उत्तर पश्चिम रेलवे ने 266 कोच को पृथक कोच में बदला है. इनमें अजमेर मंडल में 85, जयपुर मंडल में 48, जोधपुर मंडल में 83 तथा बीकानेर मंडल में 50 कोच को पृथक कोच में बदला गया है. इन कोच मे बर्थ हटाना, शौचालय को परिवर्तित करना तथा अन्य परिवर्तन किये गये हैं तथा आवश्यक सुविधाएं दी गयी हैं.
ज्यादा तापमान वाले इलाके में कोविड-19 के डिब्बों को रखा जायेगा ठंडा
रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष वी के यादव ने सोमवार को इस बारे में बताया. रेलवे ने चार राज्यों में अब तक 204 पृथक-वास डिब्बे लगाये हैं. ट्रेनों के ये डिब्बे कोविड-19 के देखभाल केंद्र के तौर पर काम करेंगे. रेलवे के पृथक-वास वार्ड में सभी डिब्बे गैर वातानुकूलित होंगे. यादव ने कहा, ‘जिन इलाकों में तापमान बहुत ज्यादा है वहां पर डिब्बों के भीतर तापमान कम करने के लिए व्यवस्था की जायेगी.’
रेलवे ने 60 लाख प्रवासियों को पहुंचाया घर
रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष वी के यादव ने कहा कि एक मई से रेलवे ने 4450 श्रमिक स्पेशल ट्रेनों का परिचालन करते हुए 60 लाख प्रवासी मजदूरों को उनके गृह राज्य पहुंचाया है. उन्होंने कहा कि मौजूदा सारी स्वास्थ्य सुविधाएं इस्तेमाल हो जाने की स्थिति में कोविड-19 डिब्बों को तैनात किया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि संदिग्ध और पुष्ट मरीजों को अलग-अलग रखा जायेगा. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र सरकार के अनुरोध के बाद मुंबई में सीमित तौर पर उपनगरीय सेवा शुरू की गयी है. इसके तहत मध्य रेलवे में 100 जोड़ी, पश्चिमी रेलवे में 73 जोड़ी ट्रेनों की सेवा शुरू की गयी है. केवल जरूरी सेवा से जुड़े लोग ही इन ट्रेनों में सफर कर पायेंगे.
Posted By: Amlesh Nandan Sinha.