विशाखापट्टनम गैस हादसे के पीछे कोई साजिश तो नहीं ? सुब्रह्मण्यम स्वामी ने जतायी आशंका
आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में पॉलिमर इंडस्ट्री (LG Polymers Industry) में गैस लीक (Visakhapatnam gas leak accident) होने से करीब 11 लोगों की मौत हो गई. इस घटना को लेकर राज्यसभा सांसद सुब्रसुब्रह्मण्यम स्वामी (Subramanian Swamy) ने ट्वीट किया है. उन्होंने मांग की है इस तरह की घटनाओं की हर तरह से जांच होनी चाहिए.इसके साथ ही उन्होंने कई घटनाओं का जिक्र करते हुए हुए आशंका जताई है कि ये कोई साजिश तो नहीं.
नयी दिल्ली : आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में पॉलिमर इंडस्ट्री (LG Polymers Industry) में गैस लीक (Visakhapatnam gas leak accident) होने से करीब 11 लोगों की मौत हो गई. इस घटना को लेकर राज्यसभा सांसद सुब्रसुब्रह्मण्यम स्वामी (Subramanian Swamy) ने ट्वीट किया है. उन्होंने मांग की है इस तरह की घटनाओं की हर तरह से जांच होनी चाहिए.इसके साथ ही उन्होंने कई घटनाओं का जिक्र करते हुए हुए आशंका जताई है कि ये कोई साजिश तो नहीं.
The Vishakapatnam Gas leak needs to be investigated from all angles. There have been such mysterious incidents e.g., Navy’s nuclear submarines blowing up, crashes IAF planes, as earlier pointed out by M.D. Nalapat in his writings. Some force is trying to destabilise India?
— Subramanian Swamy (@Swamy39) May 7, 2020
बता दें, गुरूवार सुबह विशाखापट्टनम में एक बड़ा हादसा हो गया,हालांकि समय रहते राहत वचाव कार्य कर लिया गया वरना न जाने कितने लोगों की जान जा सकती थी.फिलहाल इस मामले की जांच चल रही है लेकिन इसी बीच सुब्रसुब्रह्मण्यम ने ट्वीट करते हुए लिखा की इस हादसे की हर एंगल से जांच होनी चाहिए ऐसी कुछ रहस्यमयी घटनाएं जैसे नौसेना की परमाणु पनडुब्बियों का उड़ना, वायुसेना के विमानों का दुर्घटनाग्रस्त होना हुई हैं .कुछ बल भारत को अस्थिर करने की कोशिश कर रहे हैं?
गौरतलब है कि गुरूवार सुबह एलजी पॉलीमर फैक्ट्री से स्टाइरीन गैस के रिसाव का असर आसपास के पांच किलोमीटर के दायरे में हुआ.केंद्र सरकार के मुताबिक, इस हादसे में 11 लोगों की मौत हुई है, जबकि 1000 अन्य प्रभावित हुए हैं. इस बीच, गुजरात के मुख्यमंत्री कार्यालय में सचिव अश्वनी कुमार ने बताया कि विशाखापत्तनम में फैक्ट्री से रिसने वाली गैसों के प्रभाव को बेअसर करने के लिए फिल्हाल पीटीबीसी (पारा-टरशिअरी ब्युटाइल कैटेकोल) का इस्तेमाल किया जा रहा है. कुमार ने कहा, ‘‘हवा में रिसी गैस के प्रभाव को बेअसर करने के लिए जिस रसायन का प्रयोग हो रहा है उसका उत्पादन सिर्फ वापी में होता है.