कोरोना संक्रमण ने पूरी दुनिया में तबाही मचा रखी है. पिछले डेढ़ सालों में दुनिया में संक्रमण के मामले बढ़े तो लॉकडाउन जैसी सख्ती लगी लेकिन संक्रमण के मामले कम होती है कई देशों ने राहत का ऐलान कर दिया . पिछले हफ्ते ही इस्राइल ने आउटडोर और इनडोर मास्क से छूट दे दी. उम्मीद थी कि अब संक्रमण नहीं फैलेगा.
इस्त्राइल का यह यह फैसला गलत साबित होता नजर आ रहा है, पिछले एक सप्ताह में संक्रमण के मामलों में तेजी आ गयी कोरोना के नये वेरिएंट ने कई लोगों को अपना शिकार बना दिया. अब इस्त्राइल के प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट ने लोगों को सलाह दी है कि वो विदेश की यात्रा ना करें. अगर जरूरी काम से जाना पड़ रहा है तो आपको एयरपोर्ट पर आपको मास्क पहनना अनिवार्य होगा. उन्होंने उम्मीद जतायी है कि वैक्सीनेशन की रफ्तार तेज है जिसका फायदा मिलेगा साथ ही उन्होंने अपील की है कि क्वारेंटाइन के नियमों का ठीक ढंग से पालन किया जाये.
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इस्त्राइल में कोरोना संक्रमण के सबसे ज्यादा मामले डेल्टा वेरिएंट के देखे जा रहे हैं. यह वेरिएंट वैक्सीन ले चुके लोगों को भी अपनी गिरफ्त में ले रहा है. ज्यादातर संक्रमण के मामले को देखते हुए जल्द से जल्द वैक्सीन देने की मांग तेज हो रही है इस्त्राइल अपनी आधी से अधिक आबादी को वैक्सीन दे चुका है.
सुरक्षा अधिकारियों ने कहा है कि अब लोगों से अपील की जायेगी लोग मास्क लगायें और संक्रमण के मामलों से बचें. यहां सोमवार को 125 नये कोरोना मरीज मिले. इस्राइल में जनवरी माह में कोरोना वायरस के मामले सबसे ज्यादा था एक दिन में यहां 10 हजार से अधिक मामले सामने आ रहे थे. नेतन्याहू सरकार ने तेजी से टीकाकरण कर वायरस पर काबू पा लिया था.
संक्रमण का खतरा तेजी से बढ़ रहा है इसमें वैक्सीन लगा चुके लोग भी संक्रमित हो रहे हैं. जांच में स्कूल के 9 शिक्षक भी संक्रमित पाये गये हैं हैरान करने वाली बात यह है कि दोनों ने कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज ले ली थी.
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इस संक्रमण की वजह एक बार फिर इस्त्राइल ने विदेश से आये लोगों को माना है. इस्त्राइल का कहना है कि विदेश से आये लोगों की वजह से यह नया संक्रमण देश में फैल गया है. अब अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर सख्ती से जांच की जाएगी.