24.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

ISRO ने रचा इतिहास, SSLV-D3 रॉकेट से लॉन्च किया EOS-8 सैटेलाइट

ISRO आज श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर से सुबह 9:17 बजे SSLV-D3 रॉकेट लॉन्च कर दिया है.

ISRO News: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (Indian Space Research Organisation) शुक्रवार 16 अगस्त 2024 को श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर से सुबह 9:17 बजे SSLV-D3 रॉकेट लॉन्च कर दिया है. इसके साथ ही देश का नया अर्थ ऑब्जरवेशन सैटेलाइट EOS-8 को भी लॉन्च किया गया है. ये सैटेलाइट्स धरती से 475 किलोमीटर की ऊंचाई के गोलाकार ऑर्बिट में चक्कर लगाएंगे. 

Also Read: Anant Singh: जेल से बाहर आये अनंत सिंह, एके-47 केस में पटना हाई कोर्ट ने किया है बरी

जानें क्या है SSLV-D3 रॉकेट? 

SSLV का फुल फार्म स्मॉल सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल और D3 मतलब तीसरी डिमॉनस्ट्रेशन फ्लाइट है. इस उपग्रह, ईओएस-08, का वजन 175.5 किलोग्राम है और यह अपने मिशन के लिए महत्वपूर्ण उन्नत तकनीकों को अपने साथ ले गया है. एसएसएलवी अपनी तीव्र असेंबली क्षमता से खुद को अलग करता है, जिसमें अन्य रॉकेटों के लिए आवश्यक 45 दिनों की तुलना में एक सप्ताह से भी कम समय लगता है. इसे 500 किलोग्राम से कम वजन वाले छोटे उपग्रहों को पृथ्वी की कक्षा में तैनात करने के लिए तैयार किया गया है और इसमें तीन प्राथमिक पेलोड हैं. तीन में से एक को चौबीसों घंटे पृथ्वी की विस्तृत छवियों और फोटो को कैप्चर करने के लिए डिजाइन किया गया है, दूसरे को महासागरों, पहाड़ों, बर्फ के आवरण और जंगलों जैसी पृथ्वी की विशेषताओं का विश्लेषण करने के लिए, और अंतिम को अंतरिक्ष में पराबैंगनी विकिरण को मापने के लिए डिजाइन किया गया है.

Also Read: Mpox virus: पहले बुखार फिर चेहरे पर निकलता है दाना, मंकीपॉक्स ने बढ़ा दी दुनिया की टेंशन

इलेक्ट्रो ऑप्टिकल इन्फ्रारेड पेलोड: ईओआईआर मिड-वेव आईआर (एमआईआर) और लॉन्ग-वेव आईआर (एलडब्ल्यूआईआर) बैंड में छवियों को कैप्चर करेगा, जो उपग्रह-आधारित निगरानी, ​​आपदा निगरानी, ​​​​पर्यावरण निगरानी और आग का पता लगाने सहित अन्य अनुप्रयोगों के लिए उपयोगी है.

ग्लोबल नेविगेशन सैटेलाइट सिस्टम-रिफ्लेक्टोमेट्री: जीएनएसएस-आर पेलोड समुद्र की सतह की हवा के विश्लेषण, मिट्टी की नमी का आकलन, बाढ़ का पता लगाने और हिमालय क्रायोस्फीयर के अध्ययन के लिए रिमोट सेंसिंग क्षमताओं का प्रदर्शन करेगा.

SiC UV डोसीमीटर: यह पेलोड भविष्य के मानव-मिशन गगनयान के लिए UV विकिरण की निगरानी करेगा और गामा विकिरण के लिए उच्च खुराक अलार्म सेंसर के रूप में कार्य करेगा.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें