स्वतंत्रता दिवस (Independence Day) एक खास मौका है. यह खास मौका इस बार और खास होने जा रहा है. क्योंकि, स्वतंत्रता दिवस से तीन दिन पहले यानी 12 अगस्त को भारत अपने बहुप्रतीक्षित जियो इमेजिंग उपग्रह जीसैट-1 (Gisat-1) लॉन्च कर रहा है. आज से 4 दिन बाद, 12 अगस्त को इसरो (ISRO) अंतरिक्ष (Space) में भारत का निगहबान तैनात करेगा.
बता दें, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (Indian Space Research Organization, ISRO) 12 अगस्त को श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से जीएसएलवी-एफ 10 के जरिए धरती पर निगरानी करने के लिए उपग्रह ईओएस-03 का प्रक्षेपण करेगा. यह अंतरिक्ष से पूरे देश की निगरानी करेगा. इससे देश की सुरक्षा और मजबूत हो जाएगी. और मौसम समेत प्राकृतिक आपदा जैसै बाढ़, चक्रवाट की जानकारी मिलेगी.
खास बातें:-
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जीएसएलवी रॉकेट में पहली बार ऑगिव-शेप्ड पेलोड फेयरिंग का इस्तेमाल हो रहा है.
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उपग्रह में 6-बैंड मल्टीस्पेक्ट्रल दृश्य लगा है
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नियर-इंफ्रा-रेड के 42-मीटर रिज़ॉल्यूशन के पेलोड इमेजिंग सेंसर भी लगा है.
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यह उपग्रह एक दिन में पूरे देश की चार-पांच बार तस्वीर भेजेगा
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मौसम संबंधित महत्वपूर्ण डेटा भेजेगा.
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बाढ़ और चक्रवात जैसी प्राकृतिक आपदाओं की सही जानकारी मिलेगी.
इसरो (ISRO) की ओर से कहा गया है कि उपग्रह ईओएस-03 (EOS-3) का प्रक्षेपण 12 अगस्त को अहले सुबह 5 बजकर 43 मिनट पर किया जाएगा. वहीं, इसरो ने यह भी कहा है कि प्रक्षेपण मौसम को देखकर किया जाएगा. बता दें, ईओएस-03 एक अति उन्नत उपग्रह है. धरती की कक्षा में स्थापित किया जा रहा है.
ईओएस-03 उपग्रह: ईओएस-03 (EOS-3) एक अति उन्नत उपग्रह (Most Advanced Satellite) है. यह (ईओएस-03, EOS-03) उपग्रह एक दिन में पूरे देश की 4 से 5 बार तस्वीर भेजेगा. यह मौसम संबंधित भी डेटा उपलब्ध कराएगा. बता दें, इसे जीएसएलवी एफ-10 यान की मदद से अंतरिक्ष में भेजा जाएगा.
Posted by : Pritish Sahay