ISRO Mars Orbiter Mission : मंगलयान ने ली सबसे बड़े चंद्रमा की तस्वीर, जानिए इसमें क्या है खासियत
मंगलयान ने मंगल ग्रह की सबसे नजदीक और सबसे बड़े चंद्रमा फोबोस की तस्वीर शेयर की है, जिसे उसे उसने स्टकिनी का नाम दिया है
भारतीय अंतरिक्ष संगठन यानी कि इसरो (ISRO) ने एक तस्वीर शेयर की है, ये तस्वीर मंगल ग्रह की सबसे नजदीक और सबसे बड़े चंद्रमा फोबोस (Phobos) की है, जो कि मंगलयान यानी कि मार्स ऑर्बिटर मिशन द्वारा ली गयी है. मंगलयान ने ये फोटो तब ली जब एमओएम मंगल से 7200 किमी और फोबोस से तकरीबन 4200 किमी दूर स्थित था.
इसरो ने तस्वीर के साथ अपडेट में कहा कि 6 एमसीसी (MCC) से ली गयी ये एक समग्र तस्वीर है. और यह पूरी तरह स्पष्ट है. इसरो ने इसके साथ ही कहा कि फोबोस (Phobos) पर जो एक बहुत बड़ा गढ्ढा नजर आ रहा है उसे स्टकिनी का नाम दिया गया है. जो अतीत में फोबोस के आकाशीय पिंडों के टकराने से बना था.
इस तस्वीर में कई छोटे बड़े गढ्ढे नजर आ रहे हैं. इन गढ्ढो का नाम स्लोवास्की, रोश और ग्रिलड्रिग रखा गया है. इसरो के इस मिशन का उद्देश्य शुरू में छह महीने के लिए ही था लेकिन बाद में उसने कहा कि इसके कई वर्षों तक सेवा देने के लिए इसमें पर्याप्त मात्रा में ईंधन है.
बता दें कि भारत ने 24 सितंबर 2014 को मंगलयान यानी कि मार्स ऑर्बिटर मिशन को लाल ग्रह की कक्षा में सफलता पूर्वक स्थापित कर लिया था. ये मुकाम पहले ही प्रयास में पा लिया गया था और इस तरह से देश वहां के एलीट समूह में जहागह बनाने में कामयाब हो गया था. इसरो ने 5 नवंबर 2013 को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा से पीएसएलवी रॉकेट के माध्यम से प्रक्षेपण किया गया था जिसमें 450 करोड़ रुपये की लागत आई थी.
बता दें इस मिशन का मकसद मंगल की सतह और वहां की खनिज संरचना का अध्ययन करना है, साथ में इसका मकसद ये भी है कि वायुमंडल में मिथेन की पड़ताल करना भी है. मिथेन की उपलब्धता मंगल पर जीवन की ओर इशारा करती है.
Posted By : sameer oraon