इसरो ने स्पेडेक्स मिशन में अंतरिक्ष डॉकिंग में हासिल की ऐतिहासिक सफलता, भारत बना चौथा देश

ISRO Spadex Docking: इसरो के मुताबिक, स्पेडेक्स मिशन अंतरिक्ष डॉकिंग तकनीक के विकास के लिए एक किफायती प्रयास है, जो भविष्य के मिशनों के लिए अहम साबित हो सकता है.

By Aman Kumar Pandey | January 16, 2025 10:54 AM

ISRO Spadex Docking: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने गुरुवार 16 जनवरी को अपने ‘स्पेस डॉकिंग एक्सपेरीमेंट’ (स्पेडेक्स) मिशन के तहत उपग्रहों की डॉकिंग सफलता पूर्वक पूरी की. इसरो ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म ‘एक्स’ पर यह ऐतिहासिक उपलब्धि साझा करते हुए कहा, “भारत ने अंतरिक्ष इतिहास में अपना नाम दर्ज किया है. इस क्षण पर गर्व महसूस हो रहा है, क्योंकि स्पेडेक्स मिशन ने डॉकिंग में सफलता हासिल की है.”

इससे पहले 12 जनवरी को इसरो ने दो अंतरिक्ष यानों को तीन मीटर की दूरी पर लाकर, फिर सुरक्षित दूरी पर वापस भेजने का परीक्षण किया था. 30 दिसंबर, 2024 को इसरो ने स्पेडेक्स मिशन की शुरुआत की थी. मिशन में शामिल दो छोटे उपग्रह, एसडीएक्स01 (चेजर) और एसडीएक्स02 (टारगेट), पीएसएलवी सी60 रॉकेट द्वारा श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से प्रक्षिप्त किए गए थे. रॉकेट ने उड़ान भरने के करीब 15 मिनट बाद, इन उपग्रहों को 475 किलोमीटर की कक्षा में सफलतापूर्वक स्थापित किया था.

इसरो के मुताबिक, स्पेडेक्स मिशन अंतरिक्ष डॉकिंग तकनीक के विकास के लिए एक किफायती प्रयास है, जो भविष्य के मिशनों के लिए अहम साबित हो सकता है. इस तकनीक की आवश्यकता तब होती है जब एक सामान्य मिशन के लिए कई रॉकेट लॉन्च करने की जरूरत होती है. यह भारत की भविष्य की अंतरिक्ष योजनाओं, जैसे चंद्रमा पर मिशन, भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन (बीएएस) का निर्माण और संचालन के लिए महत्वपूर्ण होगा. इस मिशन के साथ, भारत अंतरिक्ष डॉकिंग प्रौद्योगिकी हासिल करने वाला चौथा देश बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है.

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