घायल महिला के लिए देवदूत बने ITBP के जवान, खतरनाक पहाड़ों के बीच किया रेस्क्यू, वीडियो आया सामने
संकट के समय अपना फर्ज निभा रहे देश के जवानों की ऐसी ही तसवीर उत्तराखंड से सामने आयी, ITBP के जवानों ने घायल महिला को रेस्क्यू किया
देहरादून : कोरोना महामारी के बीच देश के कई हिस्से इस समय कुदरत की मार झेल रहे हैं. बिहार, उत्तराखंड, केरल, गुजरात और असम में लोग कोरोना और मौसम की दोहरी मार जेल रहे हैं. आपदा में फंसे लोगों के बचाने के लिए सेना के जवान हर वक्त लगे हुए हैं, इस में विनाशलीला से जूझते लोगों को बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन किया जा रहा है और राहत सामग्री भी बांटी जा रही है.
सेवा परम धर्मः।
ITBP jawans of 14th Battalion carrying an injured woman on stretcher in Pithoragarh District on 22 August, 2020. Jawans carried her to nearest road head covering 40 Kilometres mountainous route on foot in 15 hours. She is being treated and stable now.#Himveers pic.twitter.com/1FYx5VS8QA— ITBP (@ITBP_official) August 23, 2020
एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिसकर्मी, नौसेना और थल सेना के जवान सभी मदद के लिए आगे आए हैं. इस दौरान बचाव अभियान की ऐसी तस्वीरें सामने आईं जहां ये जवान जान जोखिम में डालकर लोगों को सुरक्षित जगह पर पहुंचा रहे हैं और अपना फर्ज निभा रहे हैं.
संकट के समय अपना फर्ज निभा रहे देश के जवानों की ऐसी ही तसवीर उत्तराखंड से सामने आयी, ITBP के जवानों ने घायल महिला को रेस्क्यू किया. उत्तराखंड में ITBP के जवानों ने घायल महिला को स्ट्रेचर पर पिथौरागढ़ में दूरदराज के गांव लापसा से कठीन पहाड़ी रास्तों और नालों को पार करते हुए मनस्यारी तक ले गए. इन जवानों ने 40 किमी का यह रास्ता बिना रुके 15 घंटे में पूरा किया. रेस्क्यू के इस पूरे वीडियो को ट्वीट करते हुए ITBP ने लिखा सेवा परम धर्मः
बता दें कि कोरोना महामारी के बीच देश के कई हिस्से इस समय कुदरत की मार झेल रहे हैं. उत्तराखंड भी इससे अछूता नहीं है. राज्य में मानसून के आने के बाद से ही बारिश के कारण की दुर्घटनाएं हुईं हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जुलाई महीने में बारिश से जुड़ी घटनाओं में 45 लोगों की मौत हो गई थी जबकि 127 लोग घायल हो गए थे. वहीं 61 लोगों को बचाव अभियान के तहत बचा लिया गया था. वहीं 12 अगस्त को रुद्रप्रयाग जिले में एक एसयूवी गाड़ी के खाई में गिर जाने की वजह से दो महिलाओं की मौत हो गई थी.
Posted by : Rajat Kumar