Jahangirpuri Violence: जहांगीरपुरी हिंसा के बाद साथ आए हिंदू-मुस्लिम पक्ष, बोले- हम खुद बुझाएंगे आग
Jahangirpuri Violence: दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में हनुमान जयंती के मौके पर निकाली गई शोभायात्रा के दौरान हुई हिंसा के बाद अब माहौल धीरे-धीरे ट्रैक पर आ रहा है. हालांकि, इलाके में शांति बहाल करने के लिए भारी संख्या में पुलिस बल अभी भी तैनात है.
Jahangirpuri Violence: दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में हनुमान जयंती के मौके पर निकाली गई शोभायात्रा के दौरान हुई हिंसा के बाद अब माहौल धीरे-धीरे ट्रैक पर आ रहा है. हालांकि, इलाके में शांति बहाल करने के लिए भारी संख्या में पुलिस बल अभी भी तैनात है. इस बीच, शुक्रवार को हिंदू और मुस्लिम पक्ष के लोगों ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की. सद्भाव कायम करने के लिए दोनों पक्षों ने मीडिया के सामने एक-दूसरे से हिंसा को लेकर माफी मांगी.
दूर किए गिले-शिकवे
सद्भावना बैठक में हिन्दू और मुस्लिम समुदाय के लोगों ने एक-दूसरे से मिलकर गिले-शिकवे दूर किए. दोनों पक्षों के लोगों ने कहा हिंसा से पहले दोनों पक्ष जहांगीरपुरी इलाके में सौहार्द के साथ रह रहे थे और आगे भी ऐसा ही चलता रहेगा. इस मौके पर डीसीपी उषा रंगनानी ने कहा कि यह बैठक विश्वास बहाली का उपाय है कि सभी लोग एक-दूसरे के साथ मिल जुल कर रहे हैं. हम इलाके से सुरक्षा व्यवस्था को कम कर रहे हैं.
तनाव को कम करने को लेकर की पहल
बता दें कि शुक्रवार को दिल्ली के जहांगीरपुरी में सद्भावना बैठक का आयोजन किया गया और इसका उद्देश्य बीते दिनों हिंसा और आगजनी के बाद इलाके में हुई बुलडोजर कार्रवाई के बाद इलाके में तनाव को कम करने को लेकर की गई थी. समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, इस सद्भावना बैठक में इलाके में रह रहे हिन्दू और मुस्लिम समुदाय से जुड़े लोगों ने एक-दूसरे से मिलकर गिले-शिकवे दूर किए और हाल ही में हुई घटनाओं पर माफी मांगी.
इलाके में कम की जाएगी सुरक्षा व्यवस्था
इस मौके पर उत्तर पश्चिम दिल्ली की डीसीपी उषा रंगनानी ने कहा कि यह विश्वास बहाली का उपाय था. सभी एक साथ रह रहे हैं. देश में हिंदू और मुसलमान भाई की तरह रहते आए हैं और आगे भी करते रहेंगे. हम सुरक्षा व्यवस्था कम कर रहे हैं. बता दें कि 16 अप्रैल को हनुमान जयंती पर निकाली गई शोभायात्रा के दौरान पथराव के बाद दो समुदाय के लोगों के बीच हिंसा भड़क गई थी, जिसमें एक आम नागरिक और 8 पुलिसकर्मी घायल हो गए थे. दिल्ली पुलिस ने इस मामले में अब तक दोनों समुदायों के 25 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है और दो किशोरों को भी हिरासत में लिया गया है.