जयराम रमेश ने रोजगार मेला को बताया ‘जुमला’, राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर ने किया पलटवार
केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी और कौशल विकास एवं उद्यमिता राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर ने सोमवार को कहा कि कांग्रेस नेता जयराम रमेश अब पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम और आरबीआई के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन की फ्लॉप भूमिका निभाना चाहते हैं.
नई दिल्ली, ब्यूरो : केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी और कौशल विकास एवं उद्यमिता राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर ने सोमवार को कहा कि कांग्रेस नेता जयराम रमेश अब पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम और आरबीआई के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन की फ्लॉप भूमिका निभाना चाहते हैं. उनका यह बयान जयराम रमेश द्वारा पीएम रोजगार मेला को जुमला बताने पर आया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज रोजगार मेला में 51 हजार युवाओं को नियुक्ति का वितरण किया. इसपर कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने टवीट के जरिये कहा कि पीएम रोजगार मेला सबसे बड़ा जुमला है.
हर साल 2 करोड़ नौकरी देने के अपने वादे को पूरा करने में फेल होने के बाद।
नोटबंदी, गलत ढंग से डिज़ाइन की गई GST और बिना किसी तैयारी के अचानक लॉकडाउन से MSME सेक्टर को बर्बाद करने के बाद।
9 वर्षों से अधिक समय तक युवाओं की आशा और आकांक्षा को धोखा देने के बाद, प्रधानमंत्री चुनावी…— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) August 28, 2023
केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने ट्वीट का जवाब देते हुए जयराम को स्पिनमास्टर बताया. उन्होंने कहा, ‘वह (जयराम रमेश) चिदंबरम और रघुराम राजन की फ्लॉप भूमिका निभाना चाहते हैं. वह पीएम नरेंद्र मोदी की सरकार की उपलब्धियों को झुमला बता रहे हैं. चिदंबरम ने 2016 में जन धन योजना (जेडीवाई) और डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (डीबीटी) को जुमला बताया था. आज जेडीवाई और डीबीटी गरीबों के सशक्तीकरण का शानदार उदाहरण बन गया है. इसके तहत आर्थिक समावेशन को बढ़ावा मिला और गरीबों के 50 करोड़ से अधिक बैंक अकाउंट खोले गए हैं, जिनमें दो लाख करोड़ रुपये जमा हुए हैं.
”यूपीए सरकार के कार्यकाल के दौरान वित्तीय क्षेत्र को बर्बाद किया”राज्यमंत्री ने कहा कि रघुराम राजन ने यूपीए सरकार के कार्यकाल के दौरान वित्तीय क्षेत्र को बर्बाद किया. उन्होंने कोरोना महामारी के समय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की आर्थिक नीतियों को बेकार करने की कोशिश की और इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग को तबाह किया. आज भारत सबसे तेजी से विकास करने वाली अर्थव्यवस्था है और 1 लाख करोड़ रुपये से अधिक के निर्यात के साथ भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा स्मार्टफोन विनर्माता है.
”जयराम रमेश ने अनिश्चितताएं पैदा कीं”आईटी राज्यमंत्री ने कहा कि जयराम रमेश ने भारत में बने कोरोना के टीकों के बारे में अनिश्चितताएं पैदा कीं. उनके बॉस ने फाइजर जैसे आयातित टीकों पर जोर दिया. ये कंपनियां भारत पर शर्तें थोप रहीं थीं. मोदी सरकार ने महामारी से लड़ने में वैश्विक स्तर पर जबरदस्त सफलता हासिल की.
Also Read: PHOTOS: राहुल गांधी का अपने जीजा रॉबर्ट वाड्रा के साथ कैसा है संबंध, कितनी मजबूत है रिश्तों की डोर? ”देशवासियों को 200 करोड़ मेड इन इंडिया टीके लगे”उन्होंने कहा, ‘देशवासियों को 200 करोड़ मेड इन इंडिया टीके लगे. भारत आज दुनिया की बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था है. सरकारी क्षेत्र में छह लाख युवाओं को जॉब मिला है. प्राइवेट सेक्टर में लाखों लोगों को रोजगार मिला है. इसके बाद भी कांग्रेस द्वारा राहुल गांधी को फिर से लॉन्च करने की कोशिश में मोदी सरकार की उपलब्धियों को जुमला कहा जा रहा है.’
”हर चार भारतीय में से तीन अकुशल था”राज्यमंत्री ने कहा, ‘जयराम रमेश यह बताना भूल गए कि 2014 में उनकी सरकार ने 42 करोड़ का जो कार्यबल छोड़ा था उसमें से हर चार भारतीय में से तीन अकुशल था. प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने भारतीयों को कुशल बनाने के लिए कठिन परिश्रम किया और 9 साल की उनकी सरकार में युवाओं को कुशल बनाया गया. इससे उनके लिए रोजगार के अवसर पैदा हुए.’
”भारत की आर्थिक विकास की रफ्तार बढ़ी”उन्होंने कहा, ‘भारत की आर्थिक विकास की रफ्तार बढ़ी है, लेकिन स्पिनमास्टर शायद एक भुलक्कड़ आदमी हैं या अपनी पसंद के तथ्यों को चुनने में माहिर हैं. इसलिए तो वह स्पिनमास्टर हैं. हालांकि वह इस बात को नहीं छिपा सकते हैं कि कांग्रेस शासित राज्य सरकारें बेरोजगारी और महंगाई में आगे हैं. भारतीय राजनीति में सबसे बड़ा जुमला राहुल गांधी और कांग्रेस हैं.’