लोकसभा में जम्मू-कश्मीर विधेयकों पर चर्चा के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, एक देश में दो प्रधानमंत्री, दो संविधान और दो झंडे कैसे हो सकते हैं? जिन लोगों ने ऐसा किया उन्होंने गलत किया. पीएम मोदी ने इसे ठीक किया. हम 1950 से कह रहे हैं कि देश में ‘एक प्रधान, एक निशान, एक विधान’ होना चाहिए और हमने यह किया.
एक ध्वज, एक प्रधानमंत्री, एक संविधान कोई राजनीतिक नारा नहीं : शाह
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को कहा कि देश में एक ध्वज, एक प्रधानमंत्री, एक संविधान की अवधारणा कोई राजनीतिक नारा नहीं है और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) इस सिद्धांत में दृढ़ता से विश्वास करती है तथा उसने जम्मू कश्मीर में आखिरकार यह कर दिखाया है.
टीएमसी सांसद सौगत रॉय ने ‘एक निशान, एक प्रधान, एक संविधान’ पर की थी टिप्पणी
जम्मू-कश्मीर बिल पर टीएमसी सांसद सौगत रॉय ने ‘एक निशान, एक प्रधान, एक संविधान’ पर टिप्पणी की थी. सौगत राय ने कहा कि देश में ‘एक निशान, एक प्रधान, एक संविधान’ एक ‘राजनीतिक नारा’ था. इसी पर शाह ने आश्चर्य जताया कि एक देश में दो प्रधानमंत्री, दो संविधान और दो ध्वज कैसे हो सकते हैं. उन्होंने राय की टिप्पणियों को ‘आपत्तिजनक’ करार दिया. शाह की यह टिप्पणी जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को निरस्त करने के स्पष्ट संदर्भ में की गई थी.
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अमित शाह ने दिल्ली सेवा विधेयक पर चर्चा के दौरान आप की आलोचना की
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली सेवा बिल पर चर्चा के दौरान दिल्ली की आप आदमी पार्टी की सरकार पर जोरदार हमला बोला. शाह ने कहा, 2015 में एक पार्टी दिल्ली में सत्ता में आई, जिसका एकमात्र उद्देश्य सेवा करना नहीं, बल्कि लड़ना था. समस्या ट्रांसफर-पोस्टिंग करने का अधिकार प्राप्त करना नहीं है, बल्कि अपने भ्रष्टाचार को छिपाने के लिए सतर्कता विभाग पर नियंत्रण प्राप्त करना है. AAP को विपक्षी दलों के INDIA गठबंधन का सदस्य बताते हुए अमित शाह ने कहा कि उन्हें इस आधार पर बिल का समर्थन करना चाहिए कि दिल्ली के लिए क्या अच्छा है, न कि किसी अन्य विचार के आधार पर. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी होने के नाते दिल्ली के लिए संविधान में विशेष प्रावधान हैं.
जम्मू कश्मीर आरक्षण (संशोधन) विधेयक पर चर्चा के दौरान पीयूष गोयल ने श्यामा प्रसाद मुखर्जी का किया उल्लेख
‘जम्मू कश्मीर आरक्षण (संशोधन) विधेयक’ और ‘जम्मू कश्मीर पुनर्गठन (संशोधन) विधेयक’ पर राय का वक्तव्य समाप्त होने के तुरंत बाद केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि जब टीएमसी नेता ने श्यामा प्रसाद मुखर्जी का उल्लेख किया, तो उन्हें उनके बलिदान को भी याद करना चाहिए था. इस पर राय ने कहा कि उन्होंने मुखर्जी के नाम पर बने कॉलेज में पढ़ाया था और ‘एक निशान, एक प्रधान, एक संविधान’ उनका नारा था और यह एक ‘राजनीतिक नारा’ था.
एक समय था जब लाल चौक पर तिरंगा फहराने पर नेताओं को जेल में बंद कर दिया जाता था : ठाकुर
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने भी इस टिप्पणी पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि एक समय था जब श्रीनगर के लाल चौक पर तिरंगा फहराने जा रहे नेताओं को जेल में बंद कर दिया गया था, आज कश्मीर की हर गली में तिरंगा लहरा रहा है.