Jammu Kashmir Encounter: किसी जवान की 2 साल की बेटी, तो किसी के पिता रिटायर्ड आईजी, अनंतनाग में तीन शहीद
Jammu Kashmir Encounter ; हमले की जिम्मेदारी आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के छद्म समूह प्रतिबंधित रेजिस्टेंस फ्रंट ने ली है. अनंतनाग में तीन जवान शहीद हो गये हैं.
Jammu Kashmir Encounter: जम्मू कश्मीर से बुधवार को एक बड़ी खबर आई. यहां अनंतनाग जिले के कोकेरनाग के ऊंचाई वाले क्षेत्र में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में सेना के एक कर्नल, एक मेजर समेत तीन सैन्यकर्मी और जम्मू कश्मीर पुलिस के एक उपाधीक्षक शहीद हो गए जबकि एक जवान लापता है. इस बाबत अधिकारियों ने जानकारी दी और कहा कि बुधवार सुबह अनंतनाग जिले के गारोल इलाके में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में 19 राष्ट्रीय राइफल्स के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल मनप्रीत सिंह, मेजर आशीष धोनैक और पुलिस उपाधीक्षक हुमायूं भट गंभीर रूप से घायल हो गए थे.
अधिकारियों ने बताया कि इलाज के दौरान इन अधिकारियों की मृत्यु हो गई. अधिकारियों ने बताया कि एक जवान की भी मुत्यु हो गई. उन्होंने बताया कि दो महीने की बेटी के पिता एवं जम्मू कश्मीर पुलिस के सेवानिवृत्त महानिरीक्षक (IG) गुलाम हसन भट के बेटे भट की अधिक रक्तस्राव होने के कारण मृत्यु हो गई. लापता सैनिक के बारे में तुरंत पता नहीं चल पाया है और आशंका है कि वह गंभीर रूप से घायल हो गए होंगे. पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) दिलबाग सिंह ने पुलिस और सेना के बहादुर अधिकारियों की मौत पर शोक व्यक्त किया. उन्होंने एक संदेश में कहा कि दोषियों को जल्द ही न्याय के कठघरे में लाया जाएगा.
रेजिस्टेंस फ्रंट ने ली जिम्मेदारी
हमले की जिम्मेदारी आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के छद्म समूह प्रतिबंधित रेजिस्टेंस फ्रंट ने ली है. अधिकारियों का मानना है कि ये उन्हीं आतंकवादियों का समूह है, जिन्होंने चार अगस्त को कुलगाम जिले के हलाण वनक्षेत्र के ऊंचाई वाले इलाके में सेना के जवानों पर हमला किया था, जिसमें तीन जवान वीरगति को प्राप्त हो गये थे. आगे अधिकारियों ने बताया कि गारोल इलाके में आतंकियों के खिलाफ अभियान मंगलवार शाम को शुरू हुआ था, लेकिन रात में इसे रोक दिया गया था. एक ठिकाने पर आतंकवादियों को देखे जाने की सूचना के बाद बुधवार सुबह फिर उनकी (आतंकवादियों) तलाश शुरू की गई.
Also Read: Jammu Kashmir Encounter: जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में मुठभेड़, सेना के तीन जवान शहीद
बताया जा रहा है कि अपने दल का नेतृत्व करते हुए कर्नल सिंह ने आतंकवादियों पर हमला बोला…हालांकि, आतंकवादियों की गोलीबारी में वह गंभीर रूप से घायल हो गए. 12वीं सिख लाइट इन्फेंट्री (एलआई) से संबद्ध कर्नल सिंह को सेना पदक से भी सम्मानित किया गया था. धोनैक 15वीं सिख एलआई से थे. अधिकारियों ने बताया कि धोनैक और भट को भी गोलियां लगीं जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए. जीओसी 15वीं कोर लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई और डीजीपी दिलबाग सिंह सहित सेना और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी, स्थिति का आकलन करने के लिए मौके पर पहुंचे.
अनंतनाग के कोकेरनाग इलाके में मुठभेड़ शुरू हुई
इससे पहले कश्मीर जोन पुलिस ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में कहा था कि अनंतनाग के कोकेरनाग इलाके में मुठभेड़ शुरू हुई है. सेना और जम्मू कश्मीर पुलिस के अधिकारी घायल हो गए हैं. विवरण बाद में मुहैया कराया जाएगा. कश्मीर स्थित 15वीं कोर ने भी जानकारी दी थी कि ‘‘आतंकवादियों की मौजूदगी की विशिष्ट खुफिया जानकारी के आधार पर 12-13 सितंबर की मध्यरात्रि को क्षेत्र गारोल, अनंतनाग में भारतीय सेना और जम्मू कश्मीर पुलिस द्वारा एक संयुक्त अभियान शुरू किया गया था. आमना-सामना होने पर गोलीबारी शुरू हुई. सेना के दो कर्मी और जम्मू कश्मीर पुलिस का एक जवान घायल हो गए. अभियान जारी है.
मुठभेड़ में दो आतंकवादी ढ़ेर
शाम को, पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कश्मीर) विजय कुमार सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने शहीद पुलिस उपाधीक्षक को पुष्पांजलि अर्पित की. यह हमला ऐसे समय हुआ जब एक दिन पहले ही जम्मू क्षेत्र के राजौरी में पीर पंजाल के दक्षिण में एक मुठभेड़ में सेना का एक जवान शहीद हो गया था जबकि सेना की छह वर्षीय मादा लैब्राडोर भी अपने ‘हैंडलर’ को बचाने के दौरान जान गंवा बैठी थी. राजौरी के सुदूर नारला गांव में हुई इस मुठभेड़ में दो आतंकवादी मारे गए.
उमर अब्दुल्ला ने अपनी संवेदना जतायी
जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने अपनी संवेदना जतायी. अब्दुल्ला ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पोस्ट किया कि जम्मू कश्मीर से व्यथित करने वाली खबर… सेना के एक कर्नल, एक मेजर और जम्मू कश्मीर पुलिस के उपाधीक्षक ने आज दक्षिण कश्मीर के कोकेरनाग इलाके में एक मुठभेड़ में सर्वोच्च बलिदान दिया. पुलिस उपाधीक्षक हुमायूं भट, मेजर आशीष धोनैक और कर्नल मनप्रीत सिंह ने आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में बलिदान दिया. उनकी आत्मा को शांति मिले और उनके प्रियजनों को इस कठिन समय में शक्ति मिले.
लोन ने भी बहादुरों की शहादत पर शोक व्यक्त किया
वहीं पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने शोकसंतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि हिंसा के ऐसे कृत्यों के लिए कोई जगह नहीं है. पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष सज्जाद गनी लोन ने भी बहादुरों की शहादत पर शोक व्यक्त किया. तीनों शहीद अधिकारियों को श्रद्धांजलि देते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता अल्ताफ ठाकुर ने कहा कि सुरक्षाबल जम्मू कश्मीर से आतंक को जड़ से खत्म करने को प्रतिबद्ध हैं.
भाषा इनपुट के साथ