जम्मू-कश्मीर के डीजी जेल एचके लोहिया घर में ही मृत पाये गये हैं जिसके बाद प्रशासन जांच में जुट गया है. डीजी जेल के नौकर के फरार होने के बाद इसकी आतंकी एंगल से जांच किये जाने की बात कही जा रही है. ADGP मुकेश सिंह ( जम्मू ) ने कहा है कि प्रारंभिक जांच के अनुसार कोई आतंकी कृत्य स्पष्ट नहीं है लेकिन इसकी पुष्टि के लिए जांच जारी है. हत्या के बाद इसमें इस्तेमाल किये गये हथियार ज़ब्त कर लिये गये हैं. पुलिस को कुछ दस्तावेज़ मिले हैं जो सहायक यासिर की मानसिक स्थिति को दर्शा रहे हैं.
ADGP मुकेश सिंह ( जम्मू ) ने आगे कहा है कि प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि एक घरेलू सहायक यासिर अहमद मुख्य आरोपी है. जांच से पता चलता है कि वह अपने व्यवहार में काफी आक्रामक था और सूत्रों के अनुसार अवसाद में भी था. यहां चर्चा कर दें कि जम्मू कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (जेल) हेमंत लोहिया की उनके निवास पर हत्या कर दी गयी है. मामले में पुलिस को उनके घरेलू सहायक यानी नौकर पर शक है.
#UPDATE | It has come to the fore that one domestic helper Yasir Ahmed is the main accused. Initial investigation reveals that he was quite aggressive in his behaviour and was also under depression as per sources: ADGP Jammu on the death of J&K DG Prisons HK Lohia
— ANI (@ANI) October 4, 2022
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DGP दिलबाग सिंह ने कहा कि हमें कुछ जानकारी मिली है जिससे वह लड़का मानसिक रूप से बीमार साबित हो रहा है. उसके व्यवहार में भी आक्रामकता थी. उन्होंने आगे बताया कि लोहिया कुछ समय से अपने दोस्त के घर पर रह रहे थे. रात में भोजन के बाद वे अपने कमरे में गये उनके पैर में चोट लगी हुई थी तभी यह लड़का जो यहां पर काम करता था मलहम लगाने के बहाने से कमरे में गया और कुंडी लगाकर उनपर हमला कर दिया. बाद में उन्हें सांस लेने में तकलीफ देने के माध्यम से उनपर किसी कपड़े में आग लगाकर भी फेंका. बाहर के लोगों ने दरवाज़ा तोड़कर अंदर जाने की कोशिश की लेकिन तब तक घटना हो चुकी थी.
यहां चर्चा कर दें कि लोहिया को अगस्त में केंद्रशासित प्रदेश के जेल महानिदेशक के रूप में पदोन्नत और नियुक्त किया गया था. अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (जम्मू क्षेत्र) मुकेश सिंह ने बताया कि 1992 बैच के आईपीएस अधिकारी लोहिया (52) शहर के बाहरी इलाके में अपने उदयवाला निवास पर मृत पाये गये. उनका गला रेता गया था और उनके शरीर पर जलने के निशान थे.
पुलिस प्रमुख ने कहा कि घटनास्थल की प्रारंभिक जांच से संकेत मिलता है कि लोहिया ने अपने पैर में कुछ तेल लगाया होगा जिसमें कुछ सूजन दिखाई दे रही थी. उन्होंने कहा कि हत्यारे ने पहले लोहिया को गला घोंटकर मौत के घाट उतारा और फिर उनके गले को काटने के लिए केचप की टूटी हुई बोतल का इस्तेमाल किया था तथा बाद में शव को आग लगाने की कोशिश की.
पुलिस प्रमुख ने कहा कि अधिकारी के आवास पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने लोहिया के कमरे के अंदर आग देखी और उन्होंने दरवाजा अंदर से बंद होने के कारण इसे तोड़ दिया. अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक ने कहा कि घटनास्थल की प्रारंभिक जांच हत्या की ओर इशारा कर रही है. उन्होंने कहा कि घरेलू सहायक फरार है. उसकी तलाश शुरू कर दी गयी है. उन्होंने कहा कि फॉरेंसिक और अपराध दल मौके पर हैं.
भाषा इनपुट के साथ