Jammu-Kashmir Election 2024: जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव की घोषणा हो चुकी है. यहां तीन चरणों में चुनाव कराए जाएंगे. पहले चरण का मतदान 18 सितंबर और आखिरी चरण का मतदान 01 अक्टूबर को होगा. दूसरे चरण का मतदान 25 सितंबर को होगा. मतगणना 4 अक्टूबर को होगी. निर्वाचन आयोग ने शुक्रवार को यह घोषणा की. केंद्र सरकार की ओर से 2019 में अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को समाप्त करने के बाद जम्मू-कश्मीर में पहली बार विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने एक संवाददाता सम्मेलन में 90 विधानसभा सीटों पर चुनाव की तारीखों की घोषणा की.
90 विधानसभा सीटों पर 3 चरण में मतदान
मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि 90 विधानसभा सीटों पर 42.6 लाख महिलाओं सहित कुल 87.09 लाख मतदाता हैं. मतदान के लिए कुल 11,838 मतदान केंद्र होंगे. उन्होंने सुरक्षा को लेकर आश्वस्त करते हुए कहा कि राज्य के सभी उम्मीदवारों को उनके राजनीतिक दलों की मांग के अनुसार आवश्यक सुरक्षा मुहैया कराई जाएगी. नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली सरकार ने 2019 में अनुच्छेद 370 को निरस्त कर जम्मू-कश्मीर को दो केंद्र शासित प्रदेशों – जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में बांट दिया था.
अनुच्छेद 370 हटने के बाद पहली बार हो रहा विधानसभा चुनाव
जम्मू कश्मीर में पिछला विधानसभा चुनाव साल 2014 में हुआ था. उस समय यहां पांच चरणों में चुनाव कराए गए थे. उस समय लद्दाख जम्मू-कश्मीर का ही हिस्सा था. केंद्र सरकार के अनुच्छेद 370 हटाने के फैसले को विभिन्न संगठनों और राजनीतिक दलों ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी, लेकिन मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति डी वाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता में पांच न्यायमूर्तियों की पीठ ने सर्वसम्मति से जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे को खत्म करने का फैसला बरकरार रखा था. सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को इस साल सितंबर तक विधानसभा चुनाव कराने के लिए कदम उठाने को कहा था.
चुनाव में कोई नहीं अटका सकता रोड़ा : राजीव कुमार
राजीव कुमार ने कहा कि चुनाव आयोग जम्मू-कश्मीर में जल्द से जल्द चुनाव कराने के लिए प्रतिबद्ध है. किसी भी आंतरिक या बाहरी ताकत को चुनाव प्रक्रिया में बाधा डालने की इजाजत नहीं है. उन्होंने कहा, “हमने जम्मू-कश्मीर में राजनीतिक दलों के साथ बैठकें कीं और वे सभी चाहते थे कि जल्द से जल्द चुनाव हों. लोगों में काफी उत्साह देखा गया है. वे चुनाव प्रक्रिया में भाग लेना चाहते हैं. लोग चाहते हैं कि जल्द से जल्द चुनाव कराए जाएं. लोकसभा चुनाव के दौरान जम्मू-कश्मीर में मतदान केंद्रों पर लंबी कतारें इस बात का सबूत हैं कि लोग न केवल बदलाव चाहते हैं बल्कि उस बदलाव का हिस्सा बनकर अपनी आवाज भी उठाना चाहते हैं.”
Trending Video