Jammu Kashmir: राहुल भट्ट की हत्या की जांच के लिए SIT का गठन, पत्नी को मिलेगी सरकारी नौकरी
Jammu Kashmir News: जम्मू कश्मीर में गुरुवार को आतंकवादियों ने बडगाम के चडूरा तहसील कार्यालय में घुसकर कश्मीरी पंडित राहुल भट्ट की गोली मारकर हत्या कर दी. राहुल भट्ट के मौत के बाद उनका पूरा परिवार शोक में है.
Jammu Kashmir News: जम्मू कश्मीर में गुरुवार को आतंकवादियों ने बडगाम के चडूरा तहसील कार्यालय में घुसकर कश्मीरी पंडित राहुल भट्ट की गोली मारकर हत्या कर दी. राहुल भट्ट के मौत के बाद उनका पूरा परिवार शोक में है. वहीं, जम्मू-कश्मीर सरकार ने राहुल भट्ट की हत्या की जांच के लिए एक एसआईटी (SIT) का गठन किया है.
पत्नी को मिलेगी सरकारी नौकरी
इसके साथ ही, जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने राहुल भट्ट की पत्नी को सरकारी नौकरी और परिवार को वित्तीय सहायता प्रदान करने का फैसला लिया है. सरकार राहुल भट्ट बेटी की पढ़ाई का खर्च भी उठाएगी. बता दें कि मृतक राहुल भट्ट की पत्नी मीनाक्षी ने इंसाफ की अपील की करते हुए कहा कि उनके पति के हत्यारों को मार गिराने पर ही उन्हें इंसाफ मिलेगा.
J&K administration to provide a government job to Rahul Bhat's wife in Jammu and financial assistance to the family. The government will bear educational expenses of the daughter. pic.twitter.com/GLQ6SF6ZXI
— ANI (@ANI) May 13, 2022
कार्यालय में घुसकर राहुल भट्ट को आतंकियों ने मारी थी गोली
बता दें कि लश्कर-ए- तैयबा के दो आतंकवादियों ने गुरुवार को बडगाम जिले में सरकारी कार्यालय में घुसकर 35 वर्षीय कश्मीरी पंडित राहुल भट्ट की गोली मारकर हत्या कर दी थी. राहुल भट्ट को कश्मीरी पंडित प्रवासियों के लिए विशेष रोजगार पैकेज के तहत चडूरा के तहसील कार्यालय में नौकरी मिली थी. गोली लगने के बाद राहुल भट्ट को घायलावस्था में इलाज के लिए श्रीनगर के एक प्रमुख अस्पताल ले जाया गया था, लेकिन उनकी मृत्यु हो गयी.
शिवसेना सांसद संजय राउत ने मोदी सरकार को घेरा
राहुल भट्ट की हत्या मामले पर सियासी बयानबाजी का सिलसिला भी तेज हो गया है. इसी कड़ी में संजय राउत ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जम्मू कश्मीर में इस तरह की घटनाएं निरंतर जारी हैं. उन्होंने केंद्र सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह कश्मीरी पंडितों को लेकर काफी भावुक हैं और घाटी में कश्मीरी पंडितों की वापसी की बात हो रही है. उन्होंने कहा, लेकिन जो लोग वहां रह गए हैं उन्हें भी वहां रहने नहीं दिया जा रहा है. उन्हें मारा जा रहा है. गृह मंत्री को इन घटनाओं को बहुत गंभीरता से लेना चाहिए.