जम्मू कश्मीर: कुलगाम में आतंकियों ने किया ग्रेनेड से हमला, एक पुलिसकर्मी शहीद

कश्मीर में स्वतंत्रता दिवस समारोह से पहले सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गयी है और ड्रोन, स्नाइपर एवं सादे कपड़ों में पुलिसकर्मी निगरानी के लिए तैनात किये गये हैं. इधर कुलगाम में आतंकियों ने ग्रेनेड से हमला किया है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 14, 2022 8:28 AM
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Jammu Kashmir Grenade Attack : स्वतंत्रता दिवस को लेकर पूरे देश में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये गये हैं. इस बीच जम्मू-कश्‍मीर से बड़ी खबर आ रही है. जानकारी के अनुसार जम्मू कश्मीर में आतंकियों ने देर रात हमला किया. शनिवार रात आतंकियों ने कुलगाम के कैमोह में ग्रेनेड से हमला किया. इस हमले में एक पुलिस कर्मी शहीद हो गया. हमले के बाद सुरक्षाबल पहुंचे, तब तक आतंकी भाग चुके थे. पुलिस मामले की जांच कर रही है.

स्वतंत्रता दिवस समारोह से पहले सुरक्षा व्यवस्था कड़ी

इधर कश्मीर में स्वतंत्रता दिवस समारोह से पहले सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गयी है और ड्रोन, स्नाइपर एवं सादे कपड़ों में पुलिसकर्मी निगरानी के लिए तैनात किये गये हैं. अधिकारियों की ओर से इस बाबत जानकारी दी गयी है. समारोह को बाधित करने के आतंकवादियों के हर प्रकार के प्रयास को विफल करने के लिए शहर और घाटी में कई जगहों पर पुलिस एवं अर्द्धसैनिक बलों को तैनात किया गया है. अधिकारी ने बताया कि संदिग्ध व्यक्तियों पर नजर रखने के लिए स्वतंत्रता दिवस समारोह के आयोजन स्थलों के आसपास सादे कपड़ों में पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है और घाटी में कई स्थानों पर वाहनों एवं लोगों की तलाशी भी ली जा रही है. मुख्य स्वतंत्रता दिवस समारोह शेर-ए-कश्मीर क्रिकेट स्टेडियम में आयोजित किया जाएगा और इसकी अध्यक्षता उपराज्यपाल मनोज सिन्हा करेंगे.

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जम्मू-कश्मीर शांति, विकास के मार्ग पर अग्रसर

जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने शनिवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर सुरक्षाकर्मियों और मकबूल शेरवानी जैसे बहादुर लोगों के बलिदान के कारण शांति एवं विकास की ओर बढ़ रहा है. उन्होंने कहा कि शेरवानी के कारण 1947 में बारामूला में पाकिस्तान हमलावरों को आक्रमण करने में देरी हुई थी. पाकिस्तानी हमलावरों ने बारामूला निवासी शेरवानी से उन्हें श्रीनगर हवाई अड्डे की सड़क पर ले जाने को कहा था, लेकिन शेरवानी ने उन्हें गुमराह किया, जिसके कारण उन्हें हवाई अड्डा पहुंचने में देर हुई और भारतीय सेना को हवाई क्षेत्र तक पहुंचने और इसे सुरक्षित करने का समय मिल गया. इससे नाराज हमलावरों ने बाद में शेरवानी की हत्या कर दी.

भाषा इनपुट के साथ

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