jammu kashmir: जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों को बुधवार सुबह बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. घाटी को दहलाने की साजिश में जुटे लश्कर-ए-तैयबा के चार आतंकियों को दबोचा गया है. सभी से पूछताछ जारी है. पूछताछ में कई अहम खुलासे होने की संभावना जताई जा रही है. जम्मू कश्मीर पुलिस के मुताबिक, सोपोर पोथका मुकाम और चनपोर अथोरा में कुछ आतंकियों के छिपे होने की खबर मिलने के बाद सीआरपीएफ और भारतीय सेना की 52 आरआऱ ने संयुक्त रूप से तलाशी अभियान चलाया.
इसमें लश्कर के चार आतंकी दबोचे गए. न्यूज एजेंसी एएनआई ने ये जानकारी दी है. बता दें कि पाकिस्तान लगातार जम्मू-कश्मीर में दहशत फैलाने की कोशिशों में जुटा है. बीते कई दिनों से सीजफायर का उल्लंघन कर रहा है. जून माह में कई दिन मुठभेड़ हुए हैं जिसमें 20 से ज्यादा आतंकी मारे गए हैं.
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गौरतलब है कि मंगलवार को जम्मू कश्मीर के पुलिस प्रमुख दिलबाग सिंह नेकहा कि पाकिस्तान अपने सैनिकों द्वारा संघर्षविराम उल्लंघन की आड़ में घाटी में आतंकवादियों को भेजने की कोशिश कर रहा है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान कश्मीर में जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के और आतंकवादियों को भेजने के प्रयास कर रहा है. इसके लिए वे जम्मू में अंतरराष्ट्रीय सीमा या नौशेरा सेक्टर में नियंत्रण रेखा (राजौरी जिले में) का उपयोग करने की कोशिश कर रहे हैं. कहा कि संघर्षविराम उल्लंघन की आड़ में कुपवाड़ा और बारामुला में भी आतंकवादियों को इस तरफ भेजने के प्रयास किए जा रहे हैं.
सेना वहां इन प्रयासों को नाकाम कर रही है.इस साल जम्मू-कश्मीर में सीमा पर पाकिस्तानी गोलाबारी में बढ़ोतरी हुई है और 10 जून तक 2,027 से अधिक संघर्षविराम उल्लंघन हो चुके हैं. पुलिस प्रमुख ने यह भी दावा किया कि जैश-ए-मोहम्मद आतंकवादी समूह सुरक्षा बलों पर एक बड़ा आईईडी हमला करने की साजिश रच रहा है और कहा कि सुरक्षा तंत्र उससे निपटने के लिए तैयार है.
इससे पहले जम्मू कश्मीर आईजी विजय कुमार ने बताया था, चार महीने के भीतर चार प्रमुख आतंकी संगठन लश्कर ए तैयबा, जैश ए मोहम्मद, हिजबुल मुजाहिद्दीन और अनसर गजवत हिंद के प्रमुख मारे गए हैं. घाटी में इस साल अब तक 100 से ज्यादा आतंकी मारे जा चुके हैं. पिछले दो माह में 40 से ज्यादा आतंकी मारे गए हैं. भारतीय सेना का ऑपरेशन क्लीन लगातार जारी है.
Posted By: Utpal kant