जम्मू कश्मीर में इमरजेंसी एडवाइजरी जारी कर दी गयी है. गैर कश्मीरी की हत्याओं के बाद इन्हें पुलिस और सीआरपीएफ और सेना के कैंप में प्रवासी समजदूरों को जाने का निर्देश दिया गया है. प्रवासी मजदूरों की जान के बढ़ते खतरे को देखते हुए यह फैसला लिया गया है. सुरक्षा एजेंसियां इस तरह की घटना से निपटने के लिए रणनीति तैयार कर रही है.
इस संबंध में सभी जिला प्रमुखों को आदेश दिया गया है कि सभी गैर स्थानीय मजदूरों को तत्काल नजदीक के पुलिस थाने, केंद्रीय अर्धसैनिक बल या सेना के कैंप में लाया जाये. यह आदेश पुलिस महानिरीक्षक विजय कुमार के कार्यलाय से जारी किया गया है. सरकार मौजूदा हालात को देखते हुए इस तरह की घटनाओं पर नियंत्रण के लिए यह कदम उठा रही है.
इस संबंध में सोशल मीडिया पर भी कश्मीर जोन पुलिस ने लिखा है. कुलगाम के वानपोह इलाके में आतंकवादियों ने गैर स्थानीय मजदूरों पर अंधाधुंध गोलियां चलाईं. इस आतंकवादी घटना में दो गैर स्थानीय लोग मारे गए और एक घायल हो गये हैं. पुलिस और सुरक्षा बल लगातार कई जगहों पर छापेमारी कर रहे हैं.
पिछले 24 घंटे में गैर स्थानीय मजदूरों पर यह तीसरा हमला है. बिहार के एक रेहड़ी लगाने वाले उत्तर प्रदेश के एक बढ़ई पर शनिवार को आतंकवादियों ने हमला किया. उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने भी घटना की निंदा करते हुए ट्वीट किया और सुरक्षा बलों के मुंहतोड़ जवाब देना का भरोसा दिया और कहा, उनके खून की एक-एक बूंद का बदला लेंगे.
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जम्मू-कश्मीर की शांति और सामाजिक-आर्थिक प्रगति और लोगों के व्यक्तिगत विकास को बाधित करने के प्रयास किए जा रहे हैं. भारतीय जनता पार्टी की जम्मू कश्मीर के प्रवक्ता अल्ताफ ठाकुर ने हत्याओं की निंदा करते हुए कहा कि यह ‘‘नरसंहार के अलावा कुछ नहीं’’ है.