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Jammu Kashmir: जम्मू में लश्कर के टेरर फंडिग मॉड्यूल का खुलासा , छह गिरफ्तार

जम्मू में सुरक्षाबलों को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है. सुरक्षा बलों ने लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के छह आतंकवादियों की गिरफ्तारी के बाद एक टेरर फंडिग मॉड्यूल का खुलासा किया है. बता दे कि छह आतंकवादियों में से एक को पिछले महीने गिरफ्तार किया गया था. गिरफ्तार किये गये आतंकी से पूछताछ के आधार पर पांच और आतंकवादियों को अब गिरफ्तार किया गया है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 9, 2020 11:32 AM

जम्मू में सुरक्षाबलों को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है. सुरक्षा बलों ने लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के छह आतंकवादियों की गिरफ्तारी के बाद एक टेरर फंडिग मॉड्यूल का खुलासा किया है. बता दे कि छह आतंकवादियों में से एक को पिछले महीने गिरफ्तार किया गया था. गिरफ्तार किये गये आतंकी से पूछताछ के आधार पर पांच और आतंकवादियों को अब गिरफ्तार किया गया है.

इससे पहले 19 जुलाई को जम्मू-कश्मीर पुलिस और स्पेशल ऑपरेशन ग्रूप ने डेढ़ लाख रुपये के साथ बीएससी नर्सिंग के छात्र मुबाशीर फारूक बट्ट पकड़ा था. वह टिफिन में पैसे छुपाकर ले जा रहा था. इसके बाद जम्मू में उसके खिलाफ गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (यूएपीए) के तहत एक मामला भी दर्ज किया गया था.

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उसी से बातचीत के आधार पर अब, जम्मू पुलिस के एसओजी ने लश्कर के पांच और आतंकवादियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार किये गये आतंकियों की पहचान टकीर अहमद बट्ट, आसिफ बट्ट (आत्मसमर्पण करने वाले आतंकवादी), खालिद लतीफ बट्ट, गाजी इकबाल और तारिक हुसैन मीर के रूप में की गई है. पुलिस ने एक बयान में बताया कि सभी पकड़े गए लश्कर के आतंकी अपने पाकिस्तानी हैंडलर मोहम्मद अमीन उर्फ ​​हारून के संपर्क में थे, जो डोडा में लश्कर का जिला कमांडर था और 2006-07 में पाकिस्तान में घुसपैठ कर चुका था.

इंडिया टुडे के मुताबिक जम्मू जोन के पुलिस महानिरीक्षक मुकेश सिंह ने कहा कि गिरफ्त में आये आतंकवादियों को जम्मू इलाके में आतंकी गतिविधियां शुरू करने के लिए पाकिस्तान से फंडिग हो रही थी. उन्हें ऐसे लोगों से फंडिग मिलती थी जो अपने रिश्तेदारों से मिलने के लिए वैध वीजा पर पाकिस्तान जाते थे और बाद में बैग और टिफिन बॉक्स में छुपाकर नकदी की खेप के साथ बाघा-अटारी बॉर्डर से लौट आते थे. पुलिस के अनुसार, पकड़े गए आतंकवादियों को विभिन्न माध्यमों से पाकिस्तान से 12 लाख से अधिक रुपये प्राप्त हुए.

मुकेश सिंह ने कहा कि गिरफ्तार आतंकवादियों को हवाला चैनलों के माध्यम से पाकिस्तान से भी पैसा मिलता था. साथ ही यह भी कहा कि गिरफ्तार आतंकवादियों ने उधमपुर में उत्तरी सेना कमान सहित कुछ महत्वपूर्ण रक्षा प्रतिष्ठानों की रेकी की थी. उन्होंने यह भी कहा कि मामले में आगे की जांच चल रही है और आने वाले दिनों में और गिरफ्तारियां होने की संभावना है.

Posted By: Pawan Singh

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