श्रीनगर आतंकी हमले पर फारूक अब्दुल्ला ने कहा, पाकिस्तान से क्यों नहीं कर सकते बात
Terror Attack in Jammu and Kashmir श्रीनगर में सोमवार को हुए आतंकी हमले पर नेशनल कांफ्रेंस के प्रमुख और जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम फारूक अब्दुल्ला ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह दुर्भाग्य की बात है. मैं शहीद हुए जवानों के निधन पर शोक व्यक्त करता हूं.
Terror Attack in Jammu and Kashmir श्रीनगर में सोमवार को हुए आतंकी हमले पर नेशनल कांफ्रेंस के प्रमुख और जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम फारूक अब्दुल्ला ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह दुर्भाग्य की बात है. मैं शहीद हुए जवानों के निधन पर शोक व्यक्त करता हूं. मैं सरकार से गुजारिश करता हूं कि अगर इन चीजों को खत्म करना है, तो दिल जीतने की बात करें. अगर वे दिल जीत लेते हैं, तो ये चीजें नहीं होंगी.
नेकां प्रमुख फारूक अब्दुल्ला से जब पूछा गया कि क्या जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमलों के बीच पाकिस्तान के साथ बातचीत करना संभव है, इसके जवाब में उन्होंने कहा कि जब आप चीन से बात कर सकते हैं जो हमारे क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है, जिसने जवानों को मार डाला. आप उनसे क्यों नहीं लड़ते. आप चीन से बात कर सकते हैं. लेकिन, पाकिस्तान से क्यों नहीं कर सकते.
When you can talk to China which is advancing into our territory, which killed jawans…Why do you not fight them? You can talk to them (China) but not them (Pak)? Why?: NC chief Farooq Abdullah when asked if it's possible to hold talks with Pakistan amid terror attacks in J&K pic.twitter.com/7qSk4wy5g3
— ANI (@ANI) December 13, 2021
इधर, जम्मू-कश्मीर लेफ्टिनेंट गवर्नर मनोज सिन्हा ने श्रीनगर में पुलिस की बस पर कायरतापूर्ण आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि हमारे वीर शहीद पुलिस कर्मियों को मेरी श्रद्धांजलि. हम यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं कि अपराधियों को सजा मिले। शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना है.
उल्लेखनीय है कि सोमवार शाम को आतंकियों ने श्रीनगर के प्रवेशद्वार पंथाचौक में जम्मू-कश्मीर सशस्त्र पुलिस बल के जवानों को लेकर जा रही बस पर हमला कर दिया. इस हमले में जम्मू-कश्मीर पुलिस के एक असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर समेत दो पुलिसकर्मी बलिदानी हो गए. वहीं, इस हमले में 12 अन्य पुलिसकर्मी जख्मी भी हुए हैं, जिनमें से दो की हालत चिताजनक बनी हुई है. हमलावर आतंकियों को पकड़ने के लिए पुलिस ने सेना और सीआरपीएफ के जवानों के साथ मिलकर पूरे इलाके की घेराबंदी करते हुए सर्च अभियान चलाया है.
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