जम्मू-कश्मीर में आतंकी गतिविधियों पर NIA की कार्यवाही जारी है. NIA ने साउथ कश्मीर के करीब 5 से 6 आतंकी ठिकानों पर छापा मारा है. NIA के तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने जम्मू-कश्मीर में कई स्थानों की तलाशी ली है. बता दें कि जम्मू कश्मीर के कई जिलों के कई जगहों पर एनआईए और सीआरपीएफ साथ मिलकर पिछले कई दिनों से तलाशी कर रहे हैं.
न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार NIA के तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने आतंकवाद की साजिश के मामले में अपनी चल रही जांच के सिलसिले में जम्मू-कश्मीर में कई स्थानों पर तलाशी ली है. वहीं, खबरों के अनुसार आतंकवाद रोधी जांच एजेंसी प्रतिबंधित आतंकी संगठन जमात-ए-इस्लामी के वरिष्ठ सदस्यों से जुड़े परिसरों की तलाशी ले रही है. हालांकि सुरक्षा को देखते हुए गुप्त जानकारी साझा नहीं की गई है.
National Investigating Agency carried out searches at multiple locations in Jammu and Kashmir in connection with its ongoing probe into a terrorism conspiracy case, the investigation agency said. pic.twitter.com/xrPEDpK6V6
— ANI (@ANI) November 25, 2021
बता दें कि इसी महीने अभी तक दो स्थानीय नागरिकों को आतंकियों ने मौत के घाट उतारा है. आतंकवादियों ने एक पुलिसकर्मी और एक सेल्समैन को निशाना बनाया है. इसके अलावा अक्टूबर में भी पूरे 13 स्थानीय नागरिक मारे गे जिसमें से 8 को श्रीनगर में मारा गया है. टारगेट किलिंग की घटनाओं को देखते हुए सुरक्षा एजेंसियों ने आतंकियों की मोडस ऑपरेंडी को नाकाम करने के लिए पूरे क्षेत्र और खासकर घाटी में रणनीति में बदलाव किया है. 90 के दशक में चरम आतंकियों से लड़ने की रणनीति को अभी अपनाया जा रहा है.
टारगेट किलिंग क्यों?
जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों के ऑपरेशन से आतंकी बौखला कर आम नागरिकों को निशाना बनाते रहे हैं. टारगेट किलिंग में ज्यादातर अल्पसंख्यकों और गैर कश्मीरियों को निशाना बनाया जाता है. आम लोगों पर टारगेट करना उनके लिए सबसे आसान होता है. हालांकि टारगेट किलिंग की घटनाओं के बाद उनके खिलाफ अभियान तेज हो गई है. सुरक्षाबलों ने आतंकियों को खदेड़ने के लिए कई ऑपरेशन चलाए हैं.