Jammu Kashmir News: जम्मू कश्मीर के पूर्व सीएम और नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) के नेता उमर अब्दुल्ला ने केंद्र सरकार पर भेदभाव का आरोप लगाया है. उमर अब्दुल्ला ने रमजान के दौरान बिजली कटौती के साथ ही महाराष्ट्र में हनुमान चालीसा विवाद मामले में निर्दलीय सांसद नवनीत राणा की गिरफ्तारी पर भी सवाल उठाए है.
एबीपी न्यूज से खास बातचीत के दौरान उमर अब्दुल्ला ने बिजली कटौती को लेकर सवाल उठाते हुए केंद्र पर निशाना साधा है. उमर अब्दुल्ला ने कहा कि रमजान के पाक महीने में जरूरी वक्त पर बिजली नहीं काटी जाए. उन्होंने कहा कि इसे लापरवाही समझा जाए या जानबूझकर ऐसा किया जा रहा है. सवाल करते हुए उन्होंने कहा कि दिनभर बिजली रहती है, लेकिन सहरी और इफ्तारी के दौरान ही बिजली कैसे गुल हो जाती है.
हाल के दिनों में देश के कुछ हिस्सों में हुए हिंसा मामले में प्रशासन की ओर से कार्रवाई के दौरान आरोपियों के घरों पर चले बुलडोजर पर उमर अब्दुल्ला ने सवाल उठाते हुए कहा कि जहांगीरपुरी में हिंदू-मुसलमान के बीच दंगे हुए. लेकिन, अवैध निर्माण हटाने की कार्रवाई सिर्फ जहांगीरपुरी में ही हुई. क्या दिल्ली में सिर्फ यहीं पर अवैध अतिक्रमण हैं. उन्होंने कहा कि देश में मुसलमानों को निशाना बनाया जा रहा है.
उमर अब्दुल्ला ने कहा कि देश में आज मुसलमान डरा हुआ है. कश्मीर में हम बहुसंख्यक हैं, इस कारण माहौल ठीक है. लेकिन, यहां के बाहर मुसलमानों में डर है. उनको विश्वास देने की जरूरत है. पाकिस्तान के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि पड़ोसी देश मेरा दोस्त नहीं है. मैं अपने देश के लिए बात करता हूं. उन्होंने कहा कि मैं चाहूंगा कि जो यहां हैं वो ठीक से रहें.
जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम ने कहा कि केंद्र सरकार अपना मैनिफेस्टो लागू करे. हिंदुओं के लिए कुछ किए जाने से हमें कोई दिक्कत नहीं है. राम मंदिर बनाने की इजाजत कोर्ट ने दी, उस पर हमने कभी कोई हल्ला नहीं मचाया है. लेकिन, पीएम को सबको साथ लेकर चलना होगा. उमर अब्दुल्ला ने सवाल करते हुए कहा कि नवरात्र में मीट की दुकान बंद करा दी जाती हैं. अगर बहुसंख्यक का ध्यान रखकर ऐसा हो रहा है, तो कश्मीर में हम भी बहुसंख्यक हैं. लेकिन, हम ऐसा नहीं करते.
अब्दुल्ला ने कहा कि देश के भीतर हमें जानबूझकर छेड़ा जा रहा है और दबाया जा रहा है. हम किसी हुकुमत को हटाकर ही किसी समस्या का समाधान क्यों चाहते हैं. जब पीएम ने कहा है कि वह सबके प्रधानमंत्री हैं, किसी खास धर्म के नहीं, तो फिर हमारे जज्बातों की कद्र क्यों नहीं. उमर अब्दुल्ला ने कहा कि मैं सरकार से उम्मीद रखता हूं कि हमारे जज्बातों की कद्र हो. हमारे डर को देखा जाए और उसका हल निकाला जाए.
अमरावली की सांसद नवनीत राणा पर देशद्रोह लगाने के मुद्दे पर उमर अब्दुल्ला ने अपनी राय रखते हुए कहा कि देशद्रोह लगाना गलत है. अगर कोई सीएम के घर के बाहर हनुमान चालीसा पढ़ना चाहता है तो क्या दिक्कत है. आप मेरे घर के बाहर आकर हनुमान चालीसा पढ़िए, जयश्रीराम के नारे लगाइए, मुझे इससे कोई दिक्कत नहीं है.