जम्मू-कश्मीर: संदिग्ध कॉल सेंटर में तलाशी अभियान के दौरान सुरक्षाबलों पर फायरिंग, 2 की मौत
Jammu Kashmir News श्रीनगर के हैदरपुरा इलाके में मंगलवार को सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में दो असैन्य नागरिकों की मौत हो गई. कश्मीर पुलिस ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि इलाके के एक प्राइवेट बिल्डिंग में अवैध कॉल सेंटर में आतंकियों की मौजूदगी के संबंध में गुप्त जानकारी मिली थी.
Jammu Kashmir News श्रीनगर के हैदरपुरा इलाके में मंगलवार को सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में दो असैन्य नागरिकों की मौत हो गई. कश्मीर पुलिस ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि इलाके के एक प्राइवेट बिल्डिंग में अवैध कॉल सेंटर में आतंकियों की मौजूदगी के संबंध में गुप्त जानकारी मिली थी. इसके बाद क्षेत्र में पुलिस और सीआरपीएफ द्वारा एक संयुक्त घेरा और सर्च अभियान शुरू किया गया.
कश्मीर पुलिस ने कहा कि बिल्डिंग में संदिग्ध कॉल सेंटर को दिखाने के लिए इमारत के मालिक अल्ताफ अहमद और किराएदार मुदासिर अहमद को भी तलाशी दल के साथ बुलाया गया था. तलाशी दल के इमारत की ऊपरी मंजिल पर एक कमरे के पास पहुंचते ही वहां छिपे हुए आतंकवादियों ने दल पर फायरिंग शुरू कर दी. इस गोलीबारी में तलाशी दल के साथ गए दोनों व्यक्तियों को गोलियां लगीं. जिससे उनकी मौत हो गई.
In order to show the suspect call centre in the building, the owner of the building namely Altaf Ahmad as well as the tenant namely Mudasir Ahmad were also called to accompany the search party: Kashmir Police
— ANI (@ANI) November 16, 2021
पुलिस ने बताया कि मौके से 2 पिस्तौल, 3 मैगजीन, 6 मोबाइल फोन, एक कॉल सेंटर (6 कंप्यूटर, वीओआइपी सक्षम) सहित आपत्तिजनक सामग्री, हथियार और गोला-बारूद की साइट से विभिन्न आभासी विदेशी नंबर, अल्फा, बीटा, गामा कोड वाली डेयरियां, एक यूएस मैप बरामद किया गया. पुलिस ने बताया कि बरामद डिजिटल सबूतों से संकेत मिलता है कि सक्रिय आतंकवादियों को रसद सहायता प्रदान करने के लिए एक नकली कॉल सेंटर स्थापित किया गया था. कानून-व्यवस्था की स्थिति को ध्यान में रखते हुए मारे गए आतंकवादियों, सहयोगी और भवन मालिक के शवों को दफनाने के लिए हंदवाड़ा भेजा गया.
इससे पहले सोमवार को हैदरपुरा इलाके में ही सुरक्षा बलों के साथ संक्षिप्त मुठभेड़ में एक अज्ञात आतंकवादी मारा गया था. राज्य पुलिस के एक अधिकारी ने बताया था कि मुठभेड़ उस समय शुरू हुई जब सुरक्षा बल इलाके में आतंकवाद निरोधक अभियान चला रहे थे. मारे गए आतंकवादी की पहचान और समूह से जुड़े होने का पता लगाया जा रहा है.
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