श्रीनगर में पर्यटकों का सफर अब और होगा रोमांचक, ‘लग्जरी बस बोट’ में मिलेंगी ये सुविधाएं
Luxury Bus Boat In J&K कश्मीर आने वाले सैलानियों को सरकार ने बड़ा तोहफा दिया है. कश्मीर घूमने आने पर्यटक अब लग्जरी बस बोट में सफर का लुफ्ट उठा सकेंगे. सैलानियों के सफर को और भी रोमांचक बनाने के लिए रविवार को झेलम नदी (Jhelum River) में लग्जरी बस बोट का ट्रायल किया गया जो कि सफल रहा.
Luxury Bus Boat In J&K कश्मीर आने वाले सैलानियों को सरकार ने बड़ा तोहफा दिया है. कश्मीर घूमने आने पर्यटक अब लग्जरी बस बोट में सफर का लुफ्ट उठा सकेंगे. सैलानियों के सफर को और भी रोमांचक बनाने के लिए रविवार को झेलम नदी (Jhelum River) में लग्जरी बस बोट का ट्रायल किया गया जो कि सफल रहा.
न्यूज एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, मरीन इक्विपमेंट सप्लायर के डायरेक्टर इमरान मलिक ने बताया कि सड़कों पर भीड़भाड़ कम करने के लिए राज्य द्वारा यह एक पहल की गयी है. इस बस बोट में म्यूजिक सिस्टम, एसी आदि जैसी आधुनिक सुविधाओं मौजूद है और यह जल्द ही चालू हो जाएगा. वहीं, जानकारी के मुताबिक, इस लक्जरी बस बोट में 35 यात्रियों, ड्राइवरों और बचाव दल के चार सदस्यों को ले जाने की क्षमता है. इस बस नाव को न्यूजीलैंड से मंगाया गया है.
J&K | Trial of a bus boat concluded successfully in Srinagar.
— ANI (@ANI) July 18, 2021
An initiative by the state to decongest roads, a speedboat is enabled with modern facilities like music system, ACs etc. It'll soon be operational: Imran Malik, Marine Equipment Supplier, Director pic.twitter.com/zKhvubkqI9
बताया जा रहा है कि बोट बस झेलम नदी में लगभग 25 किलोमीटर की दूरी तय करेगी और यह पूरी यात्रा प्रदूषण मुक्त होगी. सबसे खास बात यह है कि सैलानियों को श्रीनगर की सड़कों पर लगे घंटो के ट्रैफिक जाम में फंसने से भी छुटकारा मिल जाएगा. ये सारी कवायद कश्मीर में पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ ही जल परिवहन में नई जान फूंकने के लिए है. बताया जा रहा है कि कश्मीर में जल परिवहन को पुनर्जीवित करने के लिए जल्द ही ऐसी और बोट खरीदी जाएगी.
इससे पहले महबूबा मुफ्ती की सरकार के दौरान जुलाई 2017 में पहली बार जल परिवहन को बहाल करने की कोशिश की गई थी. तब भी ट्रायल रन करवाए गए थे. उस समय दो मोटर बोट रखी गई थी. एक में 18 और दूसरी बोट में 8 लोगों के बैठने की क्षमता थी, परंतु लोगों का समर्थन नहीं मिलने के कारण उक्त प्रयास सफल नहीं हो पाया था.