जम्मू-कश्मीर: आतंकियों के निशाने पर गैर-कश्मीरी, अनंतनाग में अप्रवासी मजदूरों पर हुई गोलीबारी, इलाज जारी
घायल मजदूरों की पहचान प्रसाद और गोविंद के रूप में हुई. दोनों घायल उत्तर प्रदेश के रहने वाले है. रिपोर्ट के अनुसार, दोनों को बेहतर इलाज के लिए जीएमसी अनंतनाग शिफ्ट कर दिया गया है. मिली जानकारी के अनुसार बीते 3 नवंबर को अनंतनाग जिले में ही आतंकियों ने दो अन्य आप्रवासियों को गोली मार दी थी.
जम्मू-कश्मीर: जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों के निशाने पर अब अप्रवासी मजदूर है. अनंतनाग जिले में बीते शनिवार को आतंकवादियों ने अप्रवासी मजदूरों पर फिर गोलीबारी की है. बीते शनिवार को दहशतगर्दों की फायरिंग में 2 गैर-स्थानीय श्रमिक घायल होने की खबर है. मिली जानकारी के अनुसार दोनों घायलों का इलाज अस्पताल में चल रहा है. इस घटना की जानकारी देते हुए कश्मीर क्षेत्र पुलिस ने ट्वीट करके बताया कि यह घटना अनंतनाग के राख-मोमिन इलाके में हुई. पुलिस ने बताया कि हमलावरों की तलाश के लिए पूरे क्षेत्र की घेराबंदी कर दी गई है.
बेहतर इलाज के लिए जीएमसी अनंतनाग शिफ्ट
पुलिसिया सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार घायल मजदूरों की पहचान प्रसाद और गोविंद के रूप में हुई है. बताया जा रहा है कि दोनों घायल उत्तर प्रदेश के रहने वाले है. रिपोर्ट के अनुसार, दोनों को बेहतर इलाज के लिए जीएमसी अनंतनाग शिफ्ट कर दिया गया है. मिली जानकारी के अनुसार बीते 3 नवंबर को अनंतनाग जिले में ही आतंकियों ने दो अन्य अप्रवासी को गोली मार दी थी. दोनों को गंभीर चोटें आयी थी मगर इलाज के बाद दोनों रिकवर हो गए. जानकारी मिली थी कि दोनों श्रमिक जिले में स्थित एक प्राइवेट स्कूल में काम करते थे.
गैर-कश्मीरी मजदूरों पर इन दिनों आतंकवादियों का कहर
गैर-कश्मीरी मजदूरों पर इन दिनों आतंकवादियों का कहर बरपा हुआ है. इसी तरह की घटना इसी साल के 18 अक्टूबर को भी आतंकियों ने दो गैर-कश्मीरी मजदूरों को निशाना बनाया था. शोपियां जिले में स्थित उनके टिन-शेड शेल्टर पर हैंड ग्रेनेड फेंका गया था. बता दें कि इस हमले में दोनों लोगों की मौत हो गई. दोनों मृतकों की पहचान मनीष कुमार और राम सागर के रूप में हुई थी जो यूपी के रहने वाले थे.
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आतंकी बाहरी मजदूरों और कश्मीरी पंडितों पर हमले कर रहे
बात अगर बीते एक साल की करें तो कुल 10 बाहरी मजदूरों की हत्या की गयी थी. दरअसल, पूरी कश्मीर घाटी में डर का माहौल पैदा करने के लिए आतंकी बाहरी मजदूरों और कश्मीरी पंडितों पर हमले कर रहे हैं. आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, बीते एक साल में आतंकवादियों के हमलों में 10 बाहरी मजदूरों और 4 कश्मीरी पंडितों की मौत हुई है. हालांकि, प्रशासन की ओर से इन हमलों को रोकने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे है. हाल के दिनों में घाटी में आतंक के खिलाफ सेना का ऑपरेशन तेज कर दिया गया है.