Jammu Kashmir: हवाला मनी केस में कठुआ से गिरफ्तार हुए पूर्व मंत्री बाबू सिंह, जारी हुआ था लुकआउट नोटिस
Jammu Kashmir News: जम्मू-कश्मीर के पूर्व मंत्री जतिदंर सिंह उर्फ बाबू सिंह को कठुआ से गिरफ्तार किया गया है. हवाला मनी मामले में जतिदंर सिंह उर्फ बाबू सिंह की गिरफ्तारी हुई है. पूर्व मंत्री बाबू सिंह को शनिवार को कठुआ जिले से गिरफ्तार किया गया है.
Jammu Kashmir News: जम्मू-कश्मीर के पूर्व मंत्री जतिदंर सिंह उर्फ बाबू सिंह को कठुआ से गिरफ्तार किया गया है. हवाला मनी मामले में जतिदंर सिंह उर्फ बाबू सिंह की गिरफ्तारी हुई है. पूर्व मंत्री बाबू सिंह को शनिवार को कठुआ जिले से गिरफ्तार किया गया है. जतिदंर सिंह उर्फ बाबू सिंह 2002-2005 में पीडीपी-कांग्रेस (PDP-Congress) सरकार में मंत्री थे. अब वह एक स्थानीय संगठन, नेचर-मैनकाइंड फ्रेंडली ग्लोबल पार्टी के अध्यक्ष हैं.
6 अप्रैल को जारी हुआ था लुकआउट नोटिस
बताया जाता है कि हवाला रैकेट का भंडाफोड़ होने के बाद से बाबू सिंह 31 मार्च को फरार हो गए थे. तभी से पुलिस उनकी तलाश कर रही थी और उनके खिलाफ 6 अप्रैल को लुकआउट नोटिस जारी हुआ था. मीडिया रिपोर्ट में जम्मू के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक चंदन कोहली ने बताया कि पूर्व मंत्री जतिदंर सिंह उर्फ बाबू सिंह को कठुआ जिले से गिरफ्तार किया गया और उन्हें पूछताछ के लिए जम्मू लाया जा रहा है.
Jammu and Kashmir | Police arrested former J&K minister Jatinder Singh alias Babu Singh from Kathua in connection with a hawala money case: Kathua Police pic.twitter.com/aNdX4w28dj
— ANI (@ANI) April 9, 2022
जानें क्या है आरोप
31 मार्च को दक्षिण कश्मीर के कोकरनाग निवासी मोहम्मद शरीफ शाह को जम्मू के गांधी नगर इलाके से हवाला के पैसे के साथ गिरफ्तार किया गया था. पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला कि उसे कठुआ जिले के रहने वाले बाबू सिंह ने श्रीनगर से पैसे लेने का काम सौंपा था. पुलिस ने इस मामले में तीन और लोगों को भी पूछताछ के लिए हिरासत में लिया. बाद में जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (DGP) दिलबाग सिंह ने कहा था कि राजनेता फरार है और जल्द ही उसका पता लगाया जाएगा.
कश्मीर में अलगाव के लिए इस्तेमाल होता था रकम
पुलिस ने खुलासा किया कि बाबू सिंह सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक समूह भी चला रहा था, जिसमें पाकिस्तान और सऊदी अरब के सदस्य भी थे. इस ग्रुप में चर्चा होती थी और इसी के जरिए हवाला का रैकेट फैलाया गया था. विदेशों से कश्मीर में रकम आती थी और इस रकम को कश्मीर में अलगाव के लिए इस्तेमाल किया जाता था.