Jammu Kashmir: घाटी में पर्यटकों की संख्या में भारी इजाफा, पत्थरबाजी की घटनाएं अब बीते दिनों की बात

जम्मू-कश्मीर में पिछले साल रिकॉर्ड संख्या में पर्यटक यहां आए है. गुलमर्ग में चिनार कोर के जीओसी लेफ्टिनेंट जनरल डीपी पांडेय ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा कि घाटी में अमन बहाली के चलते पर्यटकों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 5, 2022 5:30 PM

Jammu Kashmir News जम्मू-कश्मीर में पिछले साल रिकॉर्ड संख्या में पर्यटक यहां आए है. गुलमर्ग में चिनार कोर के जीओसी लेफ्टिनेंट जनरल डीपी पांडेय ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा कि घाटी में अमन बहाली के चलते पर्यटकों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है. उन्होंने कहा कि घाटी में आतंकी वारदातों में भी गिरावट आई है. वहीं, पत्थरबाजी की घटनाएं अब बीते दिनों की बात हो गई है.

आतंकवादी भर्ती में भारी गिरावट दर्ज

चिनार कोर के जीओसी लेफ्टिनेंट जनरल डीपी पांडेय ने शनिवार को गुलमर्ग में कहा कि घाटी में पथराव, विरोध या बंद में कमी आई है. उन्होंने कहा कि पहले की तुलना में आतंकवादी भर्ती में भी भारी गिरावट दर्ज की गई है. उन्होंने कहा कि युवाओं ने महसूस किया है कि उनके हांथों में बंदूक देकर बेवकूफ बनाया जाता है.


कई प्रयासों के बाद जम्मू-कश्मीर की स्थिति में सुधार

इससे पहले बीते दिनों जम्मू-कश्मीर के पुलिस प्रमुख दिलबाग सिंह ने कहा था कि सुरक्षा बलों के कई प्रयासों के बाद जम्मू-कश्मीर की स्थिति में सुधार हुआ है.डीजीपी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद की फैक्ट्री चलाने वालों का सफाया सुरक्षा बल करेंगे. दिलबाग सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार और गृह मंत्री आतंकवाद के खिलाफ लड़ने वालों को सहुलियत प्रदान दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि आतंकवाद कम हुआ है, लेकिन समाप्त नहीं हुआ है. पाकिस्तान आतंकवाद को पुनर्जीवित करने की कोशिश कर रहा है और उसके प्रयासों को नियमित रूप से विफल किया जा रहा है. हम अपने संसाधनों को रखने की कोशिश कर रहे हैं.

युवाओं को प्रदर्शन करने का मिल रहा मौका

डीजीपी दिलबाग सिंह ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के युवा प्रतिभाशाली हैं, लेकिन आतंकवाद और कोरोना से पीड़ित हैं. उन्होंने आगे कहा कि हम उन्हें प्रदर्शन करने का मौका दे रहे हैं. भारत में आतंकवादियों और हथियारों को धकेलने के पाकिस्तान के प्रयासों पर उन्होंने कहा कि ये गंभीर सुरक्षा चिंताएं हैं जिन्हें नियमित रूप से देखा जा रहा है. उन्होंने कहा कि जम्‍मू कश्‍मीर से आतंकवाद के खात्‍मे के लिए केंद्र सरकार भी एक अहम योजना पर काम कर रही है, जिसके तहत अगले दो वर्षों में जम्‍मू कश्‍मीर से आतंकवाद के पूरी तरह सफाये और यहां सामान्‍य हालात बहाल करने का लक्ष्‍य तय किया गया है.

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