जम्मू कश्मीर में सुरक्षाबलों पर आतंवादियों ने ग्रेनेड से हमला किया है. आतंकवादियों ने पुलवामा के त्राल सेक्टर में सीआरपीएफ के जवानों पर ग्रेनेड से हमला किया. इस हमले में सीआरपीएफ के एक जवान को पेट के निचले हिस्से में छर्रे लगे हैं. जिससे मामूली चोट आयी है. इसके बाद उन्हें जिला अस्पताल पहुंचाया गया है. जहा उसकी हालत स्थिर बनी हुई है. घटना के बाद इलाके को सील कर दिया गया है और सर्च अभियान चल रहा है.
वहीं इसी महीने यह खबर आयी थी कि कश्मीर के पुलवामा में एक बार फिर 14 फरवरी 2019 को सीआरपीएफ के काफिले पर किए गए अटैक की तरह पाकिस्तान पोषित आतंकी संगठनों की ओर से कश्मीर में हाईवे पर बड़े आतंकी हमले की साजिश रची गई है. सुरक्षा बलों को इनपुट मिले हैं कि हाईवे पर सुरक्षा बलों और सेना के काफिले पर हमले हो सकते हैं. आशंका के मद्देनजर सुरक्षा बल और सेना ने सतर्कता बढ़ा दी गई है. हाईवे पर रोड ओपनिंग पार्टी की गश्त बढ़ा दी गई है. सैन्य उपकरणों से लैस वाहनों के जरिए हाईवे पर विस्फोटकों की तलाश भी की जा रही है.
आतंकी हमलों से निपटने के लिए जम्मू-कश्मीर पुलिस काउंटर प्लान तैयार कर रही है. सुरक्षा बल स्पेशल इनपुट मिलने के बाद ही तलाशी अभियान चलाता है. कश्मीर रेंज के आईजी विजय कुमार ने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग से गुजरने वाले सभी वाहनों की तलाशी लेने से हाईवे पर ट्रैफिक जाम की समस्या हो सकती है. इसलिए सिर्फ स्पेशल इनपुट के बाद ही चेकिंग की जाती है.
उन्होंने माना कि पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी संगठन के मॉड्यूल ने पहले भी बडगाम जिले के चौरडा क्षेत्र में हमला किया था, जिसमें सीआरपीएफ का एक सहायक उप निरीक्षक मारे गए थे. उन्होंने कहा कि हम ऑपरेशन चला रहे हैं. जल्द ही हमलावरों को मार गिराया जाएगा.
सुरक्षा बलों को मिले इनपुट के अनुसार, आतंकी संगठन हाईवे पर हमले के लिए बाइक का इस्तेमाल कर सकते हैं. हालांकि, इसके पहले स्कूटर का इस्तेमाल किया जाता था. दिल्ली के लाजपत इलाके में 2005 के सिलसिलेवार आतंकी हमलों में स्कूटर का ही इस्तेमाल किया गया था.
Posted By: Pawan Singh