Pok से बड़ी तादाद में विस्फोटक कश्मीर लाने की कोशिश में पाकिस्तान, खुफिया रिपोर्ट में हुआ खुलासा!
Pulwama Attack पुलवामा आत्मघाती हमले के बाद भारत द्वारा सिखाए गए सबक के बावजूद पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आना चाहता है. इंटेलिजेंस रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है कि कि पुलवामा की तर्ज पर आतंकी किसी बड़े हमले को अंजाम देने की फिराक में लगे है. इसके लिए बड़ी तादाद में विस्फोटक पीओके से कश्मीर लाने की कोशिश में जुटे है. खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक, करीब 50 किलो से ज्यादा विस्फोटक जिसमें आरडीएक्स भी शामिल है, को आने वाले दिनों में श्रीनगर तक पहुंचाने की कोशिश जारी है.
Pulwama Attack पुलवामा आत्मघाती हमले के बाद भारत द्वारा सिखाए गए सबक के बावजूद पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आना चाहता है. इंटेलिजेंस रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है कि कि पुलवामा की तर्ज पर आतंकी किसी बड़े हमले को अंजाम देने की फिराक में लगे है. इसके लिए बड़ी तादाद में विस्फोटक पीओके से कश्मीर लाने की कोशिश में जुटे है. खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक, करीब 50 किलो से ज्यादा विस्फोटक जिसमें आरडीएक्स भी शामिल है, को आने वाले दिनों में श्रीनगर तक पहुंचाने की कोशिश जारी है.
ऐसे में पाकिस्तान की नियत पर एक बार फिर से सवाल उठने लगा है कि आखिर उसी मंशा क्या है. मीडिया रिपोर्ट में इंटेंलिजेंस इनपुट के मुताबिक, 10 किलो से ज्यादा विस्फोटक आतंकी केरन सेक्टर में डिलीवर भी कर चुके हैं और उन्हें एलओसी के पास ही किसी जगह पर छिपाया गया है. बालाकोट में भारतीय वायुसेना ने जाकर जिस तरह से हमला किया और कूटनीति के चलते भारत सरकार में पाकिस्तान को पूरी दुनिया में अलग थलग कर दिया था.
जानकारों की मानें तो पाकिस्तान भले ही युद्धविराम का पालन करने पर अपनी सहमति जता चुका है, लेकिन इसके पीछे की सबसे बड़ी वजह जून में होने वाली एफएटीएफ की बैठक है और अगर इस बार पाकिस्तान एफएटीएफ की ग्रे लिस्ट से बाहर होने में कामयाब हो जाता है, तो फिर से वही सब शुरू कर देगा जो कि दुनिया को दिखाने के लिए उसने बंद किया हुआ है. ऐसे में अगले दो महीने तक किसी बड़ी घटना को अंजाम देने का जोखिम वह शायद ही लेगा.
हालांकि, घाटी में मौजूद दो सौ से ज्यादा आतंकियों को मेटेरियल सपोर्ट तो जारी रखना ही होगा और इसी के चलते हथियारों और विस्फोटकों को घाटी तक पहुंचाने कार्रवाई को तेज किया गया है. बताया जा रहा है कि सर्दियों में आतंकियों की घुसपैठ बर्फबारी के चलते कम हो जाती है और भारतीय सेना की मुस्तैदी के चलते आतंकी इस तरह के काम करने से हिचकिचाते भी हैं. लेकिन, कई अलग-अलग तरीके से पाकिस्तान मौत का सामान भारत में भेजने में लगा है.
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