जम्मू में अंतरराष्ट्रीय सीमा के निकट ड्रोन के जरिए गिराए गए हथियारों और विस्फोटकों को इकट्ठा करने और ले जाने में शामिल एक आतंकी मॉड्यूल के एक सदस्य की यहां कोट भलवाल जेल में दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. कठुआ में 29 मई को विस्फोटक गिराने के मामले में शामिल मॉड्यूल की जांच कर रहे राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने इस महीने की शुरुआत में आरोपी को गिरफ्तार किया था.
एक अधिकारी ने बताया कि विचाराधीन कैदी मुनि मोहम्मद बाकी कैदियों के साथ ‘नमाज’ अदा कर रहा था, तभी वह अचानक गिर पड़ा. उसे अस्पताल ले जाया गया जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया. मामला शुरू में 29 मई को कठुआ के राजबाग पुलिस थाने में दर्ज किया गया था और बाद में 30 जुलाई को एनआईए द्वारा फिर से मामला दर्ज किया गया था.
बताते चले कि पाकिस्तान से सटे जम्मू में ड्रोन के जरिए हथियार और विस्फोटक भेजने के कई मामले सामने आए हैं, जिसे लेकर एनआईए ने गुरुवार को तलाशी अभियान चलाया था. एनआईए के एक अधिकारी के मुताबिक द रेसिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) द्वारा हथियारों, गोला-बारूद की खेप गिराने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किए जाने से संबंधित मामले में जम्मू, श्रीनगर, कठुआ, सांबा और डोडा जिलों में आठ स्थानों पर तलाशी ली गई थी.
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संघीय एजेंसी के एक प्रवक्ता ने कहा कि टीआरएफ के आतंकी पाकिस्तानी आकाओं के इशारे पर काम कर रहे हैं. एनआईए ने कहा कि गुरुवार को ली गई तलाशी में विभिन्न आपत्तिजनक सामग्री, डिजिटल उपकरण और दस्तावेज बरामद हुए हैं. उन्होंने बताया कि यह मामला पहले 29 मई को कठुआ के राजबाग पुलिस स्टेशन में दर्ज किया गया था जबकि एनआईए ने 30 जुलाई को फिर से मामला दर्ज किया था.