जनशक्ति से जलशक्ति अभियान : 20 हजार लोगों की मेहनत रंग लायी, 200 बोरीबांध बनाकर खूंटी ने जीता राष्ट्रीय जलशक्ति पुरस्कार

Jharkhand News, Khunti News, Jan Shakti Se Jal Shakti Abhiyan, Bora Bandh, Rashtriya Jal Shakti Award: झारखंड के खूंटी जिला में 20 हजार लोगों की मेहनत रंग लायी. 200 बोरीबांध बनाकर इन लोगों ने 39 गांवों में 96 बोरीबांध बनाये और एक हजार एकड़ भूमि तक सिंचाई की सुविधा पहुंचा दी. क्षेत्र के भूमिगत जल स्तर में सुधार आया. राष्ट्रीय जलशक्ति मंत्रालय ने इस उपलब्धि के लिए खूंटी जिला को राष्ट्रीय जलशक्ति पुरस्कार से नवाजा है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 29, 2020 8:32 PM

खूंटी (चंदन कुमार) : झारखंड के खूंटी जिला में 20 हजार लोगों की मेहनत रंग लायी. 200 बोरीबांध बनाकर इन लोगों ने 39 गांवों में 96 बोरीबांध बनाये और एक हजार एकड़ भूमि तक सिंचाई की सुविधा पहुंचा दी. क्षेत्र के भूमिगत जल स्तर में सुधार आया. राष्ट्रीय जलशक्ति मंत्रालय ने इस उपलब्धि के लिए खूंटी जिला को राष्ट्रीय जलशक्ति पुरस्कार से नवाजा है.

राष्ट्रीय जलशक्ति मंत्रालय ने खूंटी जिला के बोरीबांध मॉडल को यह पुरस्कार दिया है. मंत्रालय के सचिव यूपी सिंह ने उपायुक्त शशि रंजन को ऑनलाइन प्रमाण पत्र प्रदान किया है. डीसी ने कहा है कि सामूहिक प्रयासों से बोरीबांध का क्रियान्वयन व्यापक रूप से संभव हुआ, जिसकी वजह से खूंटी जिले में जल संरक्षण को लेकर जनशक्ति से बोरीबांध का निर्माण किया गया.

उन्होंने कहा कि जनशक्ति से जलशक्ति अभियान के तहत बोरीबांध जन-जन से जुड़ चुका है. उपायुक्त शशि रंजन ने कहा कि इस उपलब्धि का श्रेय जिला के लोगों को जाता है. जिले के लोगों के सकारात्मक सोच के कारण सभी मिलकर विकास के नये आयाम को तय करेंगे. उन्होंने ग्राम सभा की भी प्रसंशा की. उपायुक्त ने कहा कि ग्राम सभा ने सीमेंट की बोरियों में बालू और मिट्टी भरकर बोरीबांध तैयार किया.

Also Read: Coronavirus Lockdown/Jharkhand Unlock 4: झारखंड में बस सेवा शुरू करने का आदेश जारी, यात्री-ड्राइवर-कंडक्टर को करना होगा इन नियमों का पालन

उपायुक्त शशि रंजन ने खूंटी जिला का प्रतिनिधित्व करने वाले नीति आयोग के एडीएफ निखिल त्रिपाठी, दिव्या शर्मा और सेवा वेलफेयर सोसाइटी की भी प्रशंसा की.

जिले में बने 200 बोरीबांध

जिला प्रशासन और सेवा वेलफेयर सोसाइटी के संयुक्त तत्वावधान में बरसात से पूर्व जिले में लगभग 200 बोरीबांध तैयार किये गये थे. इसमें लगभग 20 हजार लोगों ने हिस्सा लिया. आकांक्षी योजना के तहत 39 गांवों में कुल 96 बोरीबांध बनाये गये. इन बोरीबांध की वजह से लगभग एक हजार एकड़ भूमि की सिंचाई हुई. इससे क्षेत्र का जलस्तर भी सुधरा है.

Also Read: परीक्षार्थियों पर लागू नहीं होंगे लॉकडाउन के नियम, जानें, झारखंड में एक सितंबर से क्या खुलेगा, क्या रहेगा बंद

योजना के तहत जिला प्रशासन और सेवा वेलफेयर सोसाइटी के प्रयास से ग्रामीणों ने श्रमदान कर अपने-अपने गांवों में स्वयं बोरीबांध बनाया. उपायुक्त ने कहा है कि जिले में सैकड़ों बोरीबांध का निर्माण किया जायेगा. मौके पर डीडीसी अरुण कुमार सिंह, डीआरडीए निदेशक इश्तियाक अहमद व अन्य उपस्थित थे.

Posted By : Mithilesh Jha

Next Article

Exit mobile version