NEET-JEE Exam 2020: नीट जेईई की परीक्षा देने वालों छात्रों के लिए आगे आये सोनू सूद, ऐसे करेंगे छात्रों की मदद
JEE Main/NEET 2020 Exam Date, Admit Card, Latest News: 13 सितंबर को नीट है. छात्रों के सामने इससे भी बड़ी चुनौती यह है कि वो परीक्षा केंद्र पर पहुंचेंगे कैसे. क्योंकि सार्वजनिक परिवहन बंद हैं और छात्रों के सेंटर सैकड़ों किमी दूर हैं.
JEE Main/NEET 2020 Exam Date, Admit Card, Latest News: कोरोना के बीच देश में मेडिकल-इंजीनियरिंग समेत अन्य प्रतियोगिता परीक्षा शुरू हो गयी है. एक से छह सितंबर तक जेईई मेन की परीक्षा होगी. छह सितंबर को ही एनडीए की परीक्षा है. 13 सितंबर को नीट है. छात्रों के सामने इससे भी बड़ी चुनौती यह है कि वो परीक्षा केंद्र पर पहुंचेंगे कैसे. क्योंकि सार्वजनिक परिवहन बंद हैं और छात्रों के सेंटर सैकड़ों किमी दूर हैं. छात्रों की इस परेशानी को देखते हुए उनकी मदद के लिए पूरे देश के मसीहा बन चुके एक्टर सोनू सूद सामने आये हैं.
बता दें कि केन्द्र सरकार ने कोरोना महामारी में जरूरी सावधानियां अपनाते हुए छात्रों को परीक्षा देने के लिए कहा गया है. इस समय छात्रों के सामने सबसे बड़ी चुनौती परीक्षा केंद्रों पर पहुंचेने की है. इस पर अभिनेता सोनू सूद छात्रों को कहा कि अगर आप किसी वजह से परीक्षा सेंटर में पहुंचने में अपने शहर में सक्षम नहीं हैं तो मुझे बताए मैं आपको वहां तक पहुंचाउंगा. कोई भी बच्चा साधन के अभाव में परीक्षा को नहीं छोड़ेगा. गौरतलब है कि इससे पहले सोनू ने भी केंद्र सरकार से परीक्षा को स्थगित करने की बात कहीं थी.
इंजीनियरिंग के लिये संयुक्त प्रवेश परीक्षा (मुख्य) या जेईई एक से छह सितंबर के बीच होगी जबकि राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट-स्नातक) 13 सितंबर को कराने की योजना है. नीट के लिए 15.97 लाख विद्यार्थियों ने पंजीकरण कराया है. जेईई मेन्य के लिये करीब 8.58 लाख छात्रों ने पंजीकरण कराया था.
वहीं जेईई (JEE) और नीट (NEET) परीक्षा को लेकर 6 राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है. इन्होंने कोर्ट के 17 अगस्त के फैसले पर रिव्यू पिटिशन फाइल की है. रिव्यू पिटिशन फाइल करने वाले मुख्यमंत्रियों में पश्चिम बंगाल, झारखंड. राजस्थान, छत्तीसगढ़ पंजाब और महाराष्ट्र शामिल हैं. आपको बता दें कि पिछले दिनों सुप्रीम कोर्ट ने जेईई मेन्स और नीट परीक्षा को स्थगित करने संबंधी याचिका को खारिज कर दिया था और कहा था कि छात्रों के बहुमूल्य शैक्षणिक वर्ष को बर्बाद नहीं किया जा सकता.