JEE-NEET Exam 2020 : देश में ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन (जेईई मेन JEE Main) और नेशनल एलिजबिलिटी एंट्रेंस टेस्ट (नीट एग्जाम NEET Exam) को टालने की मांग जारी है. कोरोना संकट के बीच सितंबर में होने जा रहे एग्जाम को टालने को लेकर देश में क्या अब विदेशों में भी मांग उठने लगी हैं. छात्रों और अभिभावकों की परीक्षा रद्द करने की मांग का स्वीडन की क्लाइमेट चेंज एक्टीविस्ट ग्रेटा थनबर्ग ने भी समर्थन किया है.
स्वीडन की क्लाइमेट चेंज एक्टीविस्ट ग्रेटा थनबर्ग ने भी छात्रों के साथ खड़े होते हुए कोरोना महामारी के दौर में परीक्षा कराने का विरोध किया है. ग्रेटा थनबर्ग ने अपने ट्वीट में लिखा कि यह बहुत ही ज्यादा अनुचित है कि भारत के छात्रों को कोविड-19 महामारी के दौरान एक राष्ट्रीय परीक्षा में बैठने के लिए कहा गया है. जहां लाखों लोग भीषण बाढ़ से भी प्रभावित हुए हैं. मैं छात्रों और अभिभावकों के साथ खड़ी हूं.
बता दें कि नीट और जेईई मेन का एग्जाम सितंबर में होना है. जेईई मेन एग्जाम 1 से 6 सितंबर जबकि नीट की परीक्षा 13 सितंबर को होगी. इसके पहले सुप्रीम कोर्ट ने 17 अगस्त को साफ कर दिया था कि परीक्षाएं तय समय पर होंगी. दूसरी तरफ ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक से लेकर पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, डीएमके अध्यक्ष एमके स्टालिन, महाराष्ट्र सरकार के मंत्री आदित्य ठाकरे, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी भी परीक्षा को टालने की मांग कर चुके हैं. सुब्रमण्यम स्वामी तो कोरोना संकट के बीच परीक्षाओं को आयोजित कराने के फैसले को मोदी सरकार के लिए ‘खतरनाक कदम’ तक करार दे चुके हैं.
Posted By : Rajat Kumar