देश में नीट (NEET) और जेईई मेन (JEE) परीक्षा अपने तय समय पर होगी. एनटीए (NTA) ने यह साफ कर दिया है. जेईई मेन ( JEE) के लिये कुल 8,58,273 लाख उम्मीदवारों में से 6.4 लाख उम्मीदवारों एडमिट कार्ड (Admit card) डाउनलोड किया है. केंद्रीय मंत्रालय ने नीट और जेईई परीक्षआओं के लिए राज्यवार परीक्षा केंद्र की लिस्ट भी जारी कर दी है. जेईई परीक्षा के सेंटर्स 570 से बढ़ाकर 660 कर दिए हैं. जबकि नीट परीक्षा के सेंटर्स 2846 से बढ़ाकर 3843 कर दिए गए हैं. नीट का भी एडमिट कार्ड इस सप्ताह आने की उम्मीद है.
पर इन सबके बीच इस परीक्षा का विरोध भी हो रहा है. पहले छात्रों के विरोध के बाद यह विरोध अब राजनीतिक रंग ले रहा है. परीक्षा स्थगित करने की मांग को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गैर-भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों की बैठक बुलाई है.
लगभग 2.30 बजे होने वाली बैठक में इस मीटिंग में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पुडुचेरी के सीएम वी नारायाणसामी रहेंगे. वहीं केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने मीटिंग में शामिल हो पाने में असमर्थता जताई है.
इससे पहले सोमवार और मंगलवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कोरोना से छात्रों की सुरक्षा का हवाला देते हुए पीएम मोदी से परीक्षाएं टालने की अपील की थी. लोकसभा में कांग्रेस नेता ने अधीर रंजन चौधरी ने भी परीक्षाएं स्थगित करने की मांग की थी.
एनटीए ने साफ कहा है कि सिंतबर महीने में तय तारीख में ही नीट और जेईई की परीक्षाएं आयोजित करायी जांयेगी. सिंतंबर में परीक्षाएं कराने को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने भी अपने फैसले में कहा कि कोरोना वायरस महामारी के कारण जब जीवन नहीं रुका तो फिर हम बाकी चीजों को कब तक रोक सकते हैं.
मालूम हो एनईईटी और जेईई की प्रवेश परीक्षाएं स्थगित करने की मांग जोर-शोर से हो रही है. छात्रों से लेकर राजनीतिक दलों और नेताओं, बॉलीवुड कलाकारों सहित बड़ी-बड़ी हस्तियों ने भी परीक्षा टालने की मांग सरकार से की है. देश भर से छात्रों ने मांग की है कि कोविड-19 के बढ़ते मामलों को देखते हुए एनईईटी और जेईई की प्रवेश परीक्षाएं स्थगित की जाएं. परीक्षाओं को रद्द करने की मांग करते हुए 4000 से अधिक छात्रों ने दिन भर की भूख हड़ताल में हिस्सा लिया.
Posted By: Pawan Singh