Children Vaccination: झारखंड, केरल, और जम्मू-कश्मीर समेत 6 राज्यों में 100 फीसदी बच्चों का टीकाकरण
Children Vaccination in India: झारखंड, केरल, और जम्मू-कश्मीर समेत 6 राज्यों में 100 फीसदी बच्चों का टीकाकरण. विस्तार से रिपोर्ट यहां पढ़ें...
Children Vaccination in India: शिशु मृत्यु दर को कम करने और उन्हें बीमारियों से बचाने के लिए दुनिया भर में बड़े पैमाने पर बच्चों का टीकाकरण अभियान (Vaccination Drive) चलाया जाता है. भारत सरकार इंद्रधनुष (Indradhanush) कार्यक्रम चलाती है. कई राज्यों ने टीकाकरण अभियान को प्रभावशाली तरीके से लागू किया, जबकि कई राज्य अब तक इसके महत्व को शायद समझ नहीं पाये हैं.
सिर्फ चार राज्यों में 100 फीसदी बच्चों का टीकाकरण
यही वजह है कि देश के मात्र चार राज्यों में 100 फीसदी टीकाकरण (100 Percent Vaccination) संभव हो पाया है. अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह (Andaman And Nicobar Islands) एवं लक्षद्वीप (Lakshdweep) दो ऐसे केंद्रशासित प्रदेश हैं, जिन्होंने इस लक्ष्य को हासिल किया है. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली (Delhi) 100 फीसदी टीकाकरण का लक्ष्य हासिल नहीं कर पायी.
नीति आयोग ने प्रकाशित की रिपोर्ट
नीति आयोग (NITI Aayog) ने स्वास्थ्य से जुड़ी एक रिपोर्ट प्रकाशित की है. इसमें बताया गया है कि झारखंड (Jharkhand), जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir), केरल (Kerala), आंध्रप्रदेश (Andhra Pradesh), मणिपुर (Manipur) एवं मिजोरम (Mizoram) में ही 100 फीसदी बच्चों का टीकाकरण हो पाया है. ओड़िशा में 60 फीसदी से भी कम बच्चों को सभी टीके लगाये गये. तमिलनाडु, मध्यप्रदेश, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, असम, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, हरियाणा और बिहार में 90 फीसदी से कम बच्चों का टीकाकरण हो सका है.
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10 राज्यों में 90 फीसदी बच्चों का हुआ टीकाकरण
भारत के 10 राज्य ऐसे हैं, जहां 90 फीसदी या उससे अधिक बच्चों का टीकाकरण हो चुका है. सबसे कम बच्चों को टीका लगाने वाले राज्यों में ओड़िशा, नगालैंड और दमन एवं दीव शामिल हैं. इन राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों में 52.8 से 59.8 फीसदी बच्चों को ही सभी टीके लगाये गये हैं.
कई राज्यों में टीकाकरण में आयी गिरावट
बेहद चिंता की बात यह है कि वर्ष 2015-16 से वर्ष 2017-18 के दौरान बच्चों के टीकाकरण के मामले में कई राज्यों में गिरावट देखी गयी है. हिमाचल प्रदेश, ओड़िशा, मेघालय, अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह, लक्षद्वीप और दमन एवं दीव ऐसे ही राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों में शुमार हैं. यहां टीकाकरण में 15 प्वाइंट की गिरावट दर्ज की गयी है.
क्या है संपूर्ण टीकाकरण
एक शिशु को जब बीसीजी, डीपीटी की 3 खुराक, ओपीवी की 3 खुराक और मीजल के टीके लगा दिये जाते हैं, यह माना जाता है कि उसका संपूर्ण टीकाकरण हो चुका है.
टीकाकरण के फायदे
अगर शिशु को सभी टीके लगा दिये जाते हैं, तो उसकी प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है. इससे वह कम बीमार पड़ता है और शिशु मृत्यु दर कम करने में मदद मिलती है.
Posted By: Mithilesh Jha