Loading election data...

Rakesh Tikait Ka Manch Toota WATCH VIDEO : बाल-बाल बचे राकेश टिकैत, महापंचायत के दौरान टूटा मंच, बोले – भाग्यवान लोगों के टूटते हैं मंच…

jind mahapanchayat news, Rakesh Tikait stage collapses, Haryana, kisan andolan news केंद्र के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ जारी प्रदर्शन का समर्थन करने के लिए बुधवार को जींद में ‘महापंचायत' आयोजित किया गया. जिसमें भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) प्रमुख राकेश टिकैत भी शामिल हुए. लेकिन किसानों को जब वो संबोधित कर रहे थे उस समय मंच टूट गया और वो नीचे गिर गये.

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 3, 2021 4:17 PM
an image

केंद्र के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ जारी प्रदर्शन का समर्थन करने के लिए बुधवार को जींद में ‘महापंचायत’ आयोजित किया गया. जिसमें भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) प्रमुख राकेश टिकैत भी शामिल हुए. लेकिन किसानों को जब वो संबोधित कर रहे थे उस समय मंच टूट गया और वो नीचे गिर गये.

राकेश टिकैत के मंच गिरने के वीडियो इस समय सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है. जिसमें लोगों की प्रतिक्रिया भी तेजी से आने लगी है. जिस समय टिकैत का मंच टूटा उस समय जींद में भारी संख्या में किसान मौजूद थे. मंच में भी कई किसान नेता बैठे थे.

महापंचायत जींद के कंडेला गांव में आयोजित हुई, जिसमें कई खाप नेताओं ने भी भाग लिया. इसका आयोजन टेकराम कंडेला की अगुवाई में सर्व जातीय कंडेला खाप ने किया था.

जींद में टिकैत की ललकार

जींद में महापंचायत के दौरान राकेश टिकैत ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर बड़ा हमला किया. उन्होंने कहा, सरकार को कृषि कानूनों को वापस लेना ही होगा. अगर सरकार कृषि बिल वापस नहीं लेती है, तो वे लोग गद्दी वापसी पर बात करेंगे. इसके साथ ही उन्होंने कहा, सरकार के पास अक्टूबर तक का समय है. अगर सरकार इस दौरान बिल वापस नहीं लेती है, तो 40 लाख ट्रैक्टरों से किसान दिल्ली मार्च करेंगे.

टिकैत ने बॉर्डरों पर किये जा रहे किले बंदी पर हमला किया और कहा, जब-जब राजा डरता है तब-तब किले बंदी करता है. उन्होंने कहा, किलें तो लाल किले पर भी गाडी गईं थी. उन्होंने कहा, ऐसा आंदोलन करेंगे, जिसे 400 साल तक लोग याद रखेंगे.

Also Read: Parliament Session LIVE : राज्यसभा की कार्यवाही कल सुबह नौ बजे तक के लिए स्थगित

गौरतलब है कि केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले दो महीने से भी अधिक समय से हजारों किसान जमे हुए हैं. सरकार के साथ किसानों की कई दौर की वार्ता भी बेनतीजा रही. किसान कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं.

Posted By – Arbind kumar mishra

Exit mobile version