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जितिन प्रसाद ने कांग्रेस का दामन छोड़कर बुधवार को भाजपा पर भरोसा जताया
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भाजपा का दामन थामने के बाद उन्होंने अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया से खास बातचीत की
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इंटरव्यू में जितिन ने वो सब कारण बताए जिस वजह से उन्होंने कांग्रेस छोड़ने का निर्णय लिया
Jitin Prasada News : पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के करीबी माने जाने वाले जितिन प्रसाद ने कांग्रेस का दामन छोड़कर बुधवार को भाजपा पर भरोसा जताया. भाजपा का दामन थामने के बाद उन्होंने अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया से खास बातचीत की है. अखबार को दिये इंटरव्यू में जितिन ने वो सब कारण बताए जिस वजह से उन्होंने कांग्रेस छोड़ने का निर्णय लिया.
एक सवाल के जवाब में जितिन ने कहा कि हम राजनीति और पार्टी को जनता और अपने लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए चुनने का काम करते हैं. मैं ये काम कांग्रेस में रहकर नहीं कर सक रहा था. मैं अपने को खुशकिस्मत मानता हूं कि मुझे विश्व की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी का हिस्सा होने का अवसर प्राप्त हुआ. मैं लंबे वक्त से महसूस कर रहा था कि मैं लोगों की सेवा नहीं कर पा रहा हूं…
आगे उन्होंने कांग्रेस में रिवाइवल पर कहा कि इस मामले को लेकर मैं कुछ नहीं कहना चाहता हूं…मैंने भाजपा का दामन थाम लिया है, ताकि मैं इस पार्टी के लिए मन से काम कर सकूं…मैंने पहले भी कहा कि हमारा परिवार 3 पीढ़ियों से कांग्रेस पार्टी का हिस्सा रहा है और मैंने भाजपा में जाने का निर्णय अचानक नहीं लिया है. मैंने एक लंबे समय तक सारा विचार करने के बाद ही ये फैसला लिया. ये जरूर है कि काफी समय से मेरे दिमाग में ये बात थी कि मैं अपने लोगों के लिए वो नहीं कर पा रहा, जो कि उनके लिए मुझे करने की जरूरत है.
क्या आपने मुख्यमंत्री योगी से भी मुलाकात की ? इस सवाल के जवाब में जितिन ने कहा कि मैं अभी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की है. मैं जल्द ही और शीर्ष पार्टी नेताओं से मुलाकात करके उनसे आशीर्वाद लूंगा.
कांग्रेस में कलह : गौर हो कि जितिन प्रसाद ने ऐसे समय कांग्रेस छोड़ी है जब पार्टी की पंजाब एवं राजस्थान इकाइयों में कलह है और छत्तीसगढ़ समेत कई राज्यों की इकाइयों में गुटबाजी नजर आ रही है. जितिन प्रसाद का जाना कांग्रेस की रणनीति के लिए भी झटका है. उनके पिछले लोकसभा चुनाव से ठीक पहले भी भाजपा में जाने की अटकलें थीं. उल्लेखनीय है कि जितिन प्रसाद उन 23 नेताओं में शामिल थे, जिन्होंने पिछले साल कांग्रेस में सक्रिय नेतृत्व और संगठनात्मक चुनाव की मांग को लेकर पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखी थी.
राहुल गांधी को जोरदार झटका : जितिन प्रसाद के कांग्रेस छोड देने से एक बार फिर से कांग्रेस में कई युवा नेताओं की नाराजगी और पाला बदलने की अटकलों को हवा मिल गई है. सचिन पायलट और मिलिंद देवड़ा ऐसे नेताओं में शामिल हैं जिनकी नाराजगी की चर्चा इन दिनों जोरों पर है. यदि और कोई युवा नेता कांग्रेस छोडता है तो ये राहुल गांधी के लिए जोरदार झटका होगा. आपको बता दें कि ज्योतिरादित्य सिंधिया पहले ही भाजपा में शामिल हो चुके हैं.
Posted By : Amitabh Kumar