UP चुनाव से पहले बीजेपी को मिला जितिन का ‘प्रसाद’, जानें गांधी परिवार के सबसे करीबी ने क्यों छोड़ा कांग्रेस

Jitin Prasada joins BJP: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री जितिन प्रसाद ने आज भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया. अगले साल उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने हैं ऐसे में जितिन प्रसाद का पार्टी छोड़ना कांग्रेस के लिए एक बड़ा झटका है. जितिन प्रसाद यूपीए के कार्यकाल में सड़क परिवहन मंत्रालय, पेट्रोलियम मंत्रालय और इस्पात मंत्रालय में राज्य मंत्री रह चुके हैं. इसके अलावा वो यूपी में शिक्षा मंत्रालय संभाल चुके हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 9, 2021 3:59 PM

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री जितिन प्रसाद ने आज भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया. अगले साल उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने हैं ऐसे में जितिन प्रसाद का पार्टी छोड़ना कांग्रेस के लिए एक बड़ा झटका है. जितिन प्रसाद यूपीए के कार्यकाल में सड़क परिवहन मंत्रालय, पेट्रोलियम मंत्रालय और इस्पात मंत्रालय में राज्य मंत्री रह चुके हैं. इसके अलावा वो यूपी में शिक्षा मंत्रालय संभाल चुके हैं.

गांधी परिवार के बेहद करीबी माने जाने वाले जितिन प्रसाद कांग्रेस के दिग्गज नेता माने जाने वाले जितेंद्र प्रसाद के पुत्र हैं. जब से उत्तर प्रदेश की राजनीति में प्रियंका गांधी की एंट्री हुई थी उसके बाद से जितिन प्रसाद हाशिये पर चले गये थे. क्योंकि यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष का पद उन्हें नहीं देकर अजय कुमार लल्लू को दे दिया गया था, जिसके बाद उन्होंने आगामी विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा ज्वाइन कर लिया.

बताया जाता है कि उत्तर प्रदेश में लंबे समय से कांग्रेस के अंदर अंदरूनी कलह चल रही है. भीतरखाने में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है इस बीच जितिन प्रसाद का पार्टी छोड़ना कांग्रेस के लिए सदमे जैसा है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक खबर यह भी है कि जितिन प्रसाद के बीजेपी में शामिल होने से यूपी में ब्राहम्ण वोट साधने में बीजेपी कामयाब होगी.

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जितिन प्रसाद इन जी-23 नेताओं का हिस्सा थे जिन्होंने कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व को पत्र लिखकर अपना असंतोष जाहिर किया था. बीजेपी में ज्वाइन करने के बाद उन्होंने पीएम मोदी, अमित शाह और जेपी नड्डा को धन्यवाद दिया और कहा कि उन्हें काम करने का मौका दिया गया है. उन्होंने कहा कि बीजेपी ही एक ऐसी पार्टी है जो राष्ट्र निर्माण के लिए काम कर रही है.

इंडियन यूथ कांग्रेस से राजनीति की शुरुआत करने वाले जितिन प्रसाद सबसे पहले 2001 में यूथ कांग्रेस के महासचिव बनाये गये. इसके बाद उन्होंने शाहजहांपुर सीट से 2004 में चुनाव लड़ा और वो जीत गये. इसके बाद 2009 में जीतिन प्रसाद ने धौरहरा सीट से चुनाव लड़ा और एक लाख से अधिक वोटों से जीत हासिल की थी. इसके बाद से उन्हें लगातार दो बार हार का सामना करना पड़ा है.

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यूपी की सियासत में अपना दखल रखने वाले जितिन प्रसाद ने अपनी पढ़ाई देहरादून के दून पब्लिक स्कूल से की. फिर दिल्ली के श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स से ग्रेजुएट हुए. इसके बाद उन्होंने दिल्ली से एमबीए किया.

Posted By: Pawan Singh

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