अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने दावा किया है कि जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में सुरक्षा कर्मियों ने परिसर में प्रदर्शन करने को लेकर छात्रों की सोमवार को पिटाई की, जिसमें छात्र संगठन के अध्यक्ष तथा दृष्टि बाधित एक छात्र घायल हो गया.
एबीवीपी का दावा 12 छात्र पिटाई में हुए घायल
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से संबद्ध छात्र संगठन ने कहा कि विद्यार्थी एक वर्ष से फेलोशिप नहीं मिलने का आरोप लगाते हुए परिसर में विरोध प्रदर्शन कर रहे थे. एबीवीपी ने कहा कि सुरक्षा कर्मियों की पिटाई में कम से कम 12 छात्र घायल हो गए हैं.
छात्रवृत्ति घोटाले को दबाने के लिए छात्रों पर किया गया हिंसक हमला : एबीवीपी का आरोप
जेएनयू के एबीवीपी के अध्यक्ष रोहित कुमार ने कहा, आज छात्रों ने फेलोशिप और छात्रवृत्ति के मुद्दे को लेकर प्रशासनिक कार्यालय का घेराव किया था. छात्रों ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन फेलोशिप और छात्रवृत्ति जारी करने की मांग की लंबे समय से अनदेखी कर रहा है. उन्होंने आरोप लगाया, जेएनयू प्रशासन ने छात्रवृत्ति घोटाले को दबाने के लिए छात्रों पर हिंसक हमला कराया. प्रशासन ने सुरक्षा कर्मियों को आदेश देकर छात्रों को बुरी तरह पिटवाया.
पुलिस में अबतक दर्ज नहीं हुआ कोई मामला
एबीवीपी के सदस्य अंबुज ने कहा, चार छात्राओं सहित कम से कम 12 छात्र घायल हो गए, उनका उपचार चल रहा है. उन्होंने कहा, प्रशासन के आदेश पर साइक्लोप्स के हमले में 12 से अधिक छात्र घायल हो गए. जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यायल की सुरक्षा का जिम्मा साइक्लोप्स नामक कंपनी को दिया गया है. इसबीच पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि इस संबंध में न तो पीसीआर के पास कोई फोन कॉल आया और न ही वसंत कुंज थाने में कोई मामला दर्ज कराया गया. उन्होंने कहा, शिकायत मिलने पर उचित कार्रवाई की जाएगी.