नयी दिल्ली: राम नवमी के दिन जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) में छात्रों के बीच हुई हिंसक झड़प के मामले में जेएनयू की वाइस चांसलर ने पहली बार मुंह खोला है. उन्होंने रामनवमी के दिन हुई झड़प और टुकड़े-टुकड़े गैंग पर भी बयान दिया है. जेएनयू की वाइस चांसलर शांतिश्री धुलपुड़ी पंडित ने बुधवार को कहा कि दो ग्रुप के लोगों ने घटना की वजह अलग-अलग बतायी है.
एक ग्रुप का कहना है कि ‘राम नवमी पर हवन’ को लेकर विवाद खड़ा हुआ, जबकि दूसरे समूह का कहना है कि खाने के मेनू को लेकर विवाद हुआ. ये दो तरह के बयान हैं. प्रोक्टोरियल इंक्वायरी के आदेश दिये गये हैं. हम जांच रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं. यह पूरी तरह से निष्पक्ष जांच होगी और जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जायेगी.
वाइस चांसलर पंडित ने कहा कि जेएनयू एक फ्री यूनिवर्सिटी है. हम हर किसी की व्यक्तिगत पसंद-नापसंद का सम्मान करते हैं. यह ऐसा संस्थान है, जहां लोगों की व्यक्तिगत पहचान खत्म हो जाती है. युवाओं के अपने विचार होते हैं. हम विविधता और असहमति का सम्मान करते हैं. लेकिन इसकी वजह से हिंसा नहीं होनी चाहिए.
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जेएनयू की वाइस चांसलर शांतिश्री धुलीपुड़ी पंडित ने टुकड़े-टुकड़े गैंग वाले बयान पर भी अपनी राय रखी. उन्होंने कहा कि टुकड़े-टुकड़े… पर लोगों की जो धारणा बनी हुई है, उसे मैं दूर करना चाहती हूं. जब से मैंने वाइस चांसलर की कुर्सी संभाली है, तब से मैंने कभी किसी को ऐसी बात करते नहीं सुना. हम किसी भी राष्ट्रभक्त से ज्यादा राष्ट्रवादी हैं.
बता दें कि रामनवमी के दिन जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय में झड़प हो गयी थी, जिसमें कथित तौर पर 50-60 लोग घायल हो गये थे. लेफ्ट के छात्र संगठन का दावा था कि उन्हें हॉस्टल में मीट खाने से रोका गया, जबकि अखिल भारतीय छात्र संगठन (एबीवीपी) ने कहा कि लेफ्ट के छात्रों ने कैंपस में राम नवमी का विरोध किया था.
Posted By: Mithilesh Jha