वाम समर्थित जेएनयू छात्र संघ JNUSU और भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के छात्रों के बीच एक बार फिर से बवाल की खबर है. दोनों छात्र संघों के बीच जमकर हंगामे की खबर है. बताया जा रहा है कि दोनों के बीच छत्रपति शिवाजी महाराज की तस्वीर को लेकर भिड़ंत हुई.
JNUSU ने एबीवीपी पर लगाया हमले का आरोप
JNUSU ने आरोप लगाया कि भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी-बॉम्बे) के एक छात्र के लिए न्याय की मांग को लेकर निकाले गए मार्च के बाद अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने कुछ छात्रों पर हमला किया. हालांकि, एबीवीपी ने इस आरोप से इनकार किया है. जेएनयूएसयू ने एक बयान में कहा, एबीवीपी ने एक बार फिर छात्रों पर हमला किया है… दर्शन सोलंकी के पिता के आह्वान पर ‘कैंडल मार्च’ के तुरंत बाद हमला किया गया. जातिगत भेदभाव के खिलाफ आंदोलन को पटरी से उतारने के लिए एबीवीपी ने एक बार फिर ऐसा किया है.
एबीवीपी ने JNUSU पर लगाया छत्रपति शिवाजी महाराज के अपमान का आरोप
एबीवीपी ने वाम समर्थित छात्र संगठनों पर छत्रपति शिवाजी महाराज का अपमान करने का आरोप लगाया. एबीवीपी ने हमले के आरोप से इनकार किया और वामपंथी समूह पर छत्रपति शिवाजी महाराज की तस्वीर से एक माला निकालकर फेंकने का आरोप लगाया. छात्र संगठन ने कहा कि उसने छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती के अवसर पर एक कार्यक्रम आयोजित किया था. एबीवीपी ने कहा, कार्यक्रम के तुरंत बाद वामपंथी छात्र वहां आ गए और तस्वीर से माला उतारकर फेंक दी.
Delhi | ABVP members in JNU alleged portrait of Shivaji Maharaj was vandalised (19.02)
On the occasion of Shivaji Jayanti, we kept a portrait at student activity centre, but students from SFI threw it outside the room while garland was thrown in the dustbin: JNU ABVP Secretary pic.twitter.com/kuY7i0Izbw
— ANI (@ANI) February 19, 2023
आईआईटी बॉम्बे के छात्र दर्शन सोलंकी की मौत को लेकर मचा है बवाल
आईआईटी बॉम्बे के छात्र दर्शन सोलंकी के लिए न्याय की मांग को लेकर जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ (जेएनयूएसयू) ने एक कार्यक्रम का आयोजन किया था. अनुसूचित जाति समुदाय के दर्शन सोलंकी (18) ने छात्रावास की सातवीं मंजिल से कूदकर कथित तौर पर खुदकुशी कर ली थी. यह घटना आईआईटी के पवई परिसर में 12 फरवरी को हुई थी. छात्र के परिजनों को संदेह है कि उसकी मौत के मामले में कुछ गड़बड़ है और उन्होंने अरोप लगाया है कि उसे भेदभाव का सामना करना पड़ा था.