Rajasthan Election 2023 : राजस्थान में विधानसभा चुनाव के ऐलान के बाद कांग्रेस और बीजेपी एक्टिव हो गई है. इस क्रम में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा सोमवार को उदयपुर पहुंचे जहां पार्टी के प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह, प्रदेश अध्यक्ष सी पी जोशी और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने उनका स्वागत किया. नड्डा उदयपुर संभाग में पार्टी के पदाधिकारियों के साथ एक बैठक करेंगे जिसके बाद वह जोधपुर के लिए रवाना होंगे. आपको बता दें कि गुलाब चंद कटारिया के असम का राज्यपाल बनने के बाद उदयपुर सीट खाली हो गई थी. जे पी नड्डा के इस दौरे पर कांग्रेस ने कटाक्ष किया है. नड्डा के जोधपुर और उदयपुर दौरे पर राजस्थान मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास की प्रतिक्रया सामने आई है. उन्होंने कहा है कि बीजेपी के जितने भी बड़े नेता आएंगे उतना ही बीजेपी में बिखराव होगा. बीजेपी में अभी सफाई अभियान चल रहा है पुराने नेताओं को हटाकर नए नेताओं को खड़े करने का अभियान चल रहा है. बीजेपी अभी आपस में लड़ी रही है, राजस्थान में कांग्रेस बड़े अंतर से जीतेगी.
गौर हो कि जोधपुर में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ संवाद करेंगे और रात में दिल्ली रवाना होने से पहले संगठन के नेताओं के साथ एक बैठक करेंगे. बीजेपी की जोधपुर शहर इकाई के अध्यक्ष देवेन्द्र सालेचा ने कहा कि नड्डा पार्टी के जोधपुर संभाग के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं, वर्तमान और पूर्व सांसदों और विधायकों, पार्टी के विभिन्न मोर्चों और प्रकोष्ठों के पदाधिकारियों, सभी जिलों के वर्तमान और पूर्व जिला अध्यक्षों से मुलाकात और बातचीत करेंगे.
#WATCH जयपुर: भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के जोधपुर और उदयपुर दौरे पर राजस्थान मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा, "बीजेपी के जितने भी बड़े नेता आएंगे उतना ही बीजेपी में बिखराव होगा। बीजेपी में अभी सफाई अभियान चल रहा है पुराने नेताओं को हटाकर नए नेताओं को खड़े करने का… pic.twitter.com/TGQzyi2oJx
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 16, 2023
उल्लेखनीय है कि राज्य में विधानसभा चुनाव के लिए 25 नवंबर को मतदान होना है. विधानसभा चुनाव से पहले नड्डा की जोधपुर यात्रा काफी महत्व रखती है. जोधपुर संभाग की 33 सीटों में से बीजेपी ने केवल सांचौर के लिए उम्मीदवार की घोषणा की है. शहर इकाई के एक पदाधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर न्यूज एजेंसी पीटीआई से कहा कि पार्टी को पहले से ही सांचौर से पार्टी उम्मीदवार देवजी पटेल के खिलाफ लगातार विरोध का सामना करना पड़ रहा है. सांचौर विधानसभा सीट से पटेल को मैदान में उतारने के पार्टी के फैसले के विरोध में जालोर के कुल 8 में से 6 मंडल अध्यक्षों द्वारा हाल ही में दिए गए इस्तीफे से स्थिति और भी खराब हो गई है.
Also Read: Assembly poll in Rajasthan : राजस्थान में अब 23 नहीं 25 नवंबर को मतदान, ये है मतगणना की तारीखगौरतलब है कि जोधपुर संभाग में छह जिले शामिल हैं, जिनमें 33 विधानसभा क्षेत्र हैं. बीजेपी व सत्तारूढ़ कांग्रेस दोनों के पास 15-15 सीटें हैं. लेकिन दो निर्दलीय विधायकों के समर्थन से कांग्रेस का कुल जोड़ 17 सीटों का है. यहां बीजेपी के सामने मौजूदा सीटों को बरकरार रखने के साथ-साथ कांग्रेस के कब्जे वाली 17 और राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के कब्जे वाली एक सीट पर अपनी सेंध लगाने की चुनौती है.
भाषा इनपुट के साथ