मध्य प्रदेश में इस साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. इससे पहले एक खबर प्रदेश की राजनीति में सुर्खियां बटोर रही है. जी हां…केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के बेटे महानआर्यमन सिंधिया के राजनीति में आने की चर्चा जोरों पर हो रही थी. हालांकि इस अटकल पर खुद महानआर्यमन ने विराम लगा दिया है. सियासत में कदम रखने की अटकलों को खारिज करते हुए रविवार को उन्होंने कहा कि अभी राजनीति में आने की उनकी कोई योजना नहीं है. सिंधिया ने इंदौर में उक्त बातें कही. सिंधिया के बेटे महानआर्यमन ने कहा कि निश्चित तौर पर राजनीति समाज में बदलाव लाने का एक माध्यम है, लेकिन अभी मेरी राजनीति में आने की कोई योजना नहीं है. उन्होंने कहा कि केवल एक इंसान भी समाज में बड़ा बदलाव ला सकता है और इसके लिए उसे राजनीति में आने की जरूरत नहीं है. महात्मा गांधी ने अपने दम पर दक्षिण अफ्रीका और भारत में गैर राजनीतिक क्रांति की शुरुआत की थी. उल्लेखनीय है कि महानआर्यमन ग्वालियर संभाग क्रिकेट संघ के उपाध्यक्ष और मध्यप्रदेश क्रिकेट संघ के सदस्य हैं.
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री बनेंगे ज्योतिरादित्य सिंधिया ?
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थकों को उम्मीद है कि वह एक दिन मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री बनेंगे. इस बारे में पूछे जाने पर उनके 27 वर्षीय बेटे महानआर्यमन ने कहा कि उम्मीद करना सबका अधिकार है. लेकिन मैं अभी इस विषय में चर्चा नहीं करना चाहूंगा. हम फिलहाल केवल अपने काम पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं. ग्वालियर संभाग क्रिकेट संघ के उपाध्यक्ष और मध्यप्रदेश क्रिकेट संघ के सदस्य महानआर्यमन ने बताया कि वह राज्य की ग्रामीण क्षेत्रों की खेल प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने के लिए एक क्रिकेट लीग शुरू करने की योजना पर काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि अगले एक-दो महीने में इस लीग की शुरुआत की औपचारिक घोषणा की जा सकती है.
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2018 के विधानसभा चुनाव के बाद बनी थी कांग्रेस की सरकार
यहां चर्चा कर दें कि मध्य प्रदेश में 2018 के विधानसभा चुनाव में किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला था. कांग्रेस ने 114 सीटों पर जीत हासिजल की थी जबकि सपा, बसपा और स्वतंत्र विधायकों के समर्थन से कमलनाथ के नेतृत्व में गठबंधन सरकार बनाई थी. हालांकि, मार्च 2020 में ज्योतिरादित्य सिंधिया के नेतृत्व में उनके समर्थक विधायकों के कांग्रेस से विद्रोह के कारण कमलनाथ सरकार गिर गई. इसके बाद प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में एक बार फिर बीजेपी सरकार बनी. यहां इस बार खास बाते ये है कि पिछली बार कांग्रेस के लिए वोट मांगने वाले सिंधिया इस बार बीजेपी के पक्ष में लोगों से वोट करने की अपील करते नजर आ रहे हैं.
कांग्रेस दे रही है जोरदार टक्कर
मध्य प्रदेश में इस बार कांग्रेस जोरदार टक्कर देने की तैयारी में नजर आ रही है. बीजेपी को हर मोर्चे पर घेरने के लिए कांग्रेस अलग प्लान पर काम कर रही है. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी प्रदेश में रैली कर चुकीं हैं. ग्वालियर की रैली में उन्होंने बीजेपी पर जोरदार वार किया था लेकिन ज्योतिरादित्य सिंधिया पर सीधे निशाना साधने से वह बचतीं नजर आईं थीं.
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मप्र, छत्तीसगढ़ में हम पक्का जीत रहे हैं : राहुल गांधी
इस बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आगामी विधानसभा चुनावों में पार्टी के अच्छा प्रदर्शन करने का विश्वास जताते हुए रविवार को कहा कि अभी की स्थिति के अनुसार कांग्रेस निश्चित रूप से मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव जीत रही है, संभवत: वह तेलंगाना में भी जीत दर्ज करेगी और राजस्थान में ‘‘बेहद करीबी’’ मुकाबला हो सकता है तथा पार्टी को भरोसा है कि वह वहां भी विजयी होगी.