MP Election 2023 : अगले साल लोकसभा जबकि इस साल मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. इससे पहले कांग्रेस और भाजपा के नेता एक दूसरे पर वार करने का कोई मौका नहीं छोड़ना चाहते हैं. जहां एक ओर शुक्रवार को मध्य प्रदेश के ग्वालियर में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने रैली के दौरान भाजपा पर जमकर निशाना साधा तो वहीं दूसरी ओर शनिवार को केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस पर कटाक्ष किया. उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस की सरकार होती तो क्या एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन, ISBT, 1000 बेड का अस्पताल संभव हो पाता? मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और पीएम मोदी की सरकार विकास और प्रगति पर केंद्रित है. उक्त बातें उन्होंने ग्वालियर में कही है.
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि जो भी लोग ग्वालियर में आते हैं. उनका स्वागत है. उन्होंने प्रियंका गांधी को लेकर कहा कि शायद वो पहली बार यहां आईं हैं. उनका स्वागत सत्कार…लेकिन मंच पर जो दूसरे लोग थे वो मेहमान की तरह आये और चले गये. उन्हें ग्वालियर का विकास नहीं दिखा. सीएम शिवराज और पीएम मोदी की सरकार विकास पर केंद्रीत हैं. बदलता हुआ ग्वालियर का गवाह हर कोई है. कोरोना काल में भी हमने यहां काम किये.
प्रियंका गांधी का भाजपा पर वार
आपको बता दें कि मध्य प्रदेश में महंगाई एवं अन्य कठिनाइयों को लेकर सत्तारूढ़ बीजेपी पर हमला करते हुए शुक्रवार को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी दावा किया कि प्रदेश में परिवर्तन की व्यापक लहर है और कांग्रेस की सरकार बनने पर लोगों को पांच गारंटी मिलेंगी. प्रियंका ने कांग्रेस के सत्ता में आने पर मध्यप्रदेश के लोगों के लिए पार्टी की पांच गारंटी दोहराईं, इसमें सरकारी कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन योजना (ओपीएस) की बहाली भी शामिल है. आपको बता दें कि पिछले 40 दिनों में प्रियंका गांधी का मध्य प्रदेश का यह दूसरा दौरा था. केंद्रीय मंत्री और पूर्व कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के गृह क्षेत्र ग्वालियर में ‘जन आक्रोश’ रैली के दौरान कांग्रेस महासचिव ने उक्त बातें कही थी. इसके बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया का बयान सामने आया.
VIDEO | "Would there have been an airport, railway station, elevated flyover in Gwalior had there been a Congress government in Madhya Pradesh? Under CM Shivraj Singh Chouhan's government, there has been progress in Gwalior despite the pandemic," says Union minister @JM_Scindia… pic.twitter.com/t3AD3frXPF
— Press Trust of India (@PTI_News) July 22, 2023
ज्योतिरादित्य सिंधिया की वजह से गिरी थी कमलनाथ की सरकार
यहां चर्चा कर दें कि ज्योतिरादित्य सिंधिया के प्रति वफादार विधायकों के विद्रोह के बाद मध्य प्रदेश में मार्च 2020 में कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस की सरकार गिर गयी थी. प्रियंका गांधी ने ‘जन आक्रोश’ रैली में आरोप लगाया कि मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार धोखे से बनी है. उनका इशारा मार्च 2020 में सिंधिया और उनके वफादार विधायकों के कांग्रेस छोड़ने से कमलनाथ सरकार गिरने से था. इसके बाद प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान सरकार बनी थी. सिंधिया पर परोक्ष रुप से हमला करते हुए उन्होंने लोगों से इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी को मजबूत जनादेश देने को कहा ताकि कोई उसे गिरा न सके.
उल्लेखनीय है कि प्रियंका गांधी ने 12 जून को जबलपुर में एक रैली के साथ मध्य प्रदेश में अपनी पार्टी के विधानसभा चुनाव अभियान की शुरुआत की थी, जहां उन्होंने भ्रष्टाचार, बेरोजगारी और महंगाई सहित कई मुद्दों पर भाजपा की आलोचना की थी और पांच ‘‘गारंटी’’ का वादा किया था.
सिंधिया ने की थी कांग्रेस से बगावत
यदि आपको याद हो तो कांग्रेस सरकार से नाराज से चल रहे विधायकों ने ज्योतिरादित्य सिंधिया के नेतृत्व में सामूहिक इस्तीफा दे दिया था जिसके बाद प्रदेश की कमलनाथ सरकार प्रदेश में गिर गयी थी. इनमें ग्वालियर संभाग के 9 विधायक शामिल थे. इन विधायकों ने कांग्रेस का साथ छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया था.
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2018 की बात करें तो इस साल चुनाव नवंबर में कराये गये थे. इस चुनाव में भाजपा और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिली थी. कांग्रेस 114 सीट जीतकर सबसे बड़ी पार्टी के रूप में सामने आयी थी जबकि 230 सीटों वाली विधानसभा में बीजेपी को 109 सीट मिली थी. इसके बाद कमलनाथ ने सीएम पद की शपथ ली. हालांकि मार्च 2020 में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस से बगावत कर दी और प्रदेश में कांग्रेस की सरकार गिर गयी. कांग्रेस की सरकार गिरने के बाद शिवराज सिंह चौहान एक बार फिर सूबे के सीएम बने. ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बीजेपी का दामन था और केंद्र में मंत्री के पद पर काबिज हुए.