सिंधिया के भाजपा में शामिल होने पर राहुल गांधी का ट्वीट – ‘धैर्य और समय दो सबसे ताकतवर योद्धा’
गांधी ने बुधवार को ट्विटर पर अपना एक पुराना ट्वीट फिर से साझा किया जो उन्होंने दिसंबर 2018 में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में कमलनाथ के चयन के समय किया था.
नयी दिल्ली : कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को मिलने का समय नहीं देने संबंधी आरोपों को खारिज करते हुए बुधवार को कहा कि सिंधिया उनके घर कभी भी आ सकते थे.
दरअसल, गांधी से सवाल किया गया था कि क्या सिंधिया को सोनिया गांधी या आपसे (राहुल) मिलने का समय नहीं दिया जा रहा था? इसके जवाब में उन्होंने कहा कि सिंधिया इकलौते शख्स हैं जो उनके घर कभी भी आ सकते थे.
गांधी ने बुधवार को ट्विटर पर अपना एक पुराना ट्वीट फिर से साझा किया जो उन्होंने दिसंबर 2018 में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में कमलनाथ के चयन के समय किया था. इस ट्वीट में उन्होंने कमलनाथ और सिंधिया के साथ अपनी तस्वीर साझा की थी और विचारक लियो टॉलस्टॉय के इस कथन को उद्धृत किया, ‘धैर्य और समय दो सबसे ताकतवर योद्धा हैं. उधर, सिंधिया के भाजपा में शामिल होने के बाद कांग्रेस मुख्यालय से उनके नाम की नेमप्लेट हटा दी गई। वह महासचिव और प्रभारी (पश्चिमी उत्तर प्रदेश) थे.
गौरतलब है कि लंबे समय तक कांग्रेस के नेता रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया बुधवार को भाजपा में शामिल हो गए जिससे मध्य प्रदेश सरकार पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं. दोनों पार्टियों ने अपने..अपने विधायकों को राज्य की राजधानी से दूर भेज दिया है. सिंधिया के नजदीकी 22 विधायकों के इस्तीफों से मध्य प्रदेश में सत्ताधारी कांग्रेस गिरने की कगार पर पहुंच गई है. कांग्रेस ने अपने करीब 90 विधायकों को जयपुर के पास एक रिजॉर्ट में भेज दिया, वहीं राज्य में विपक्षी दल भाजपा ने अपने विधायकों को गुरूग्राम के एक लग्जरी होटल भेज दिया है.
इस बीच इस्तीफा देने वालों में से 19 को बेंगलुरु में एक होटल में रखा गया है. इनके इस्तीफे भाजपा विधानसभाध्यक्ष के पास लेकर गई थी. संख्या बल को लेकर प्रयास तेज होने और ‘मित्र राज्यों’ में रिजॉर्ट राजनीति तेज होने के बीच सिंधिया भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा की मौजूदगी में भाजपा में औपचारिक रूप से शामिल हो गए और कहा कि देश का भविष्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों में सुरक्षित है.
विधायकों को जिन राज्यों में रखा गया है उनमें से राजस्थान में कांग्रेस सत्ता में है जबकि हरियाणा और कर्नाटक में भाजपा की सरकारें हैं. मध्य प्रदेश के सियासी तूफान के केंद्र में 49 वर्षीय सिंधिया हैं. वह ग्वालियर के तत्कालीन शाही परिवार से आते हैं और उनके परिवार के संबंध कांग्रेस और भाजपा दोनों से रहे हैं.
सिंधिया के पिता माधवराव सिंधिया कांग्रेस में थे, उनकी दादी विजया राजे सिंधिया भाजपा की संस्थापक सदस्यों में से एक थीं और उनकी बुआ यशोधरा राजे सिंधिया और वसुंधरा राजे सिंधिया भाजपा की सक्रिय सदस्य हैं. सिंधिया ने मध्य प्रदेश को अपने दिल का टुकड़ा बताया.
सिंधिया एक संवाददाता सम्मेलन में बोल रहे थे जिसमें नड्डा उनके साथ थे. उन्होंने कहा कि पिछले 18 महीनों में राज्य के लिए उनके सपने चकनाचूर हो गए जब कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव जीता और कमलनाथ मुख्यमंत्री बने. नड्डा ने सिंधिया का भाजपा में स्वागत करते हुए कहा कि वह अपने परिवार में शामिल हो रहे हैं. मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता शिवराज सिंह चौहान ने कहा, यह भाजपा और मेरे लिए व्यक्तिगत रूप से खुशी का दिन है. आज मैं राजमाता सिंधिया को याद कर रहा हूं…पूरा परिवार भाजपा के साथ है.